नवादा: बिहार के नवादा पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने जहरीली शराब बनाने के लिए जिम्मेदार चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने 15 लोगों की जान ले ली थी, जबकि चार अन्य की आंखों की रोशनी स्थायी रूप से चली गई. हालांकि इस मामले में अब तक जहरीली शराब से 17 लोगों की मौत की खबर है.
नवादा के एसपी डीएस सांवलाराम ने कहा कि एसआईटी ने मंगलवार को खरडी बीघा गांव के सूरज चौधरी उर्फ कारू चौधरी, गोंदपुर के पप्पू यादव और बुधौल गांव के अनिल चौधरी और मंती देवी को गिरफ्तार किया है. अधिकारी ने स्वीकार किया कि नवादा में मौतें जहरीली शराब पीने से हुईं.
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"आरोपियों ने कबूल किया है कि वे अपने-अपने गांवों में शराब बनाने की इकाइयां चला रहे थे, जहां से उन्होंने होली के दिन गांव वालों के हाथों बेचा था.''-डीएस सावलाराम, एसपी, नवादा
पुलिस स्टेशन में 10 एफआईआर दर्ज
एसपी ने कहा, "हमने खारीदी बिगहा, गोंदपुर और बुधौल गांव में कूड़े के विक्रेताओं की पहचान की और नवादा के आसपास के अन्य हिस्सों में छापेमारी की. नालंदा और बेगूसराय जिले के आसपास के इलाकों में छापेमारी की. नवादा में सिटी पुलिस स्टेशन में 10 एफआईआर दर्ज की गईं."
नवादा में जहरीली शराब से मौत का मामला
बता दें कि होली के बाद कुछ ही दिनों में नवादा के विभिन्न क्षेत्रों में संदिग्ध परिस्थिति में 17 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. हालांकि, प्रशासन ने अब तक 15 मौत को स्वीकार किया है. प्रारंभ में जिला प्रशासन इन मौतों को शराब के कारण मानने से इनकार करता रहा. बाद में जब पटना के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम नवादा पहुंची, तब प्रशासन ने प्रथम दृष्टया 15 लोगों की जहरीली शराब से मौत की बात को स्वीकार किया है.
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