नवादाः नल जल योजना के नाम पर सरकारी कोष से पैसे पानी की तरह बहाए जा रहे हैं. फिर भी लोगों के घरों तक नल का पानी नहीं पहुंच रहा है. गोविंदपुर प्रखंड अंतर्गत बहर गांव के वार्ड नंबर 9 स्थित महादलित मोहल्ले में लोग दूर-दराज से पानी लाते हैं. इस भीषण धूप में पानी के लिए लोगों को लाइन लगाना पड़ रहा है.
अधर में अटका काम
जानकारी के अनुसार लोगों को योजना से जोड़ने के लिए काम की शुरुआत की गई थी. लेकिन इसे अंजाम तक पहुंचाए बगैर आधे में छोड़ दिया गया. नतीजतन लाखों खर्च होने के बाद भी लोगों को कोई लाभ नहीं मिला.
उड़ गई पानी की टंकी
योजना के तहत लोहे का टावर लगाकर टंकी बिठाई गई थी. बोरिंग भी कराई गई. लेकिन वह सफल नहीं हुआ. जिसके बाद काम अधुरा ही छोड़ दिया गया. फिलहाल आलम यह है कि टंकी भी टावर से उड़कर गिर चुकी है. लेकिन इसका सुध लेने वाला कोई नहीं है.
टावर पर से उड़ गई पानी की टंकी बीमारी का है खतरा
गांव की रेखा देवी ने कहा कि वार्ड सदस्य की लापरवाही के कारण काम अधूरा पड़ा है. गांव में पीने के पानी का किल्लत है. दूर से पानी लाना पड़ता है. जिसके घर में पानी लाने वाला कोई नहीं, उस परिवार के लोग गंदा पानी पीने के मजबूर है. जिससे बीमारी का भी खतरा बना रहता है.
सुध नहीं लेते अधिकारी
वहीं, राम रतन राम ने कहा कि पानी की समस्या को लेकर स्थानीय स्तर से लेकर जिला स्तर तक अधिकारी से गुहार लगाकर थक चुका हूं. लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है. स्थानीय जन प्रतिनिधि भी बेपरवाह हैं.