नवादा: हिसुआ थानाक्षेत्र के चर्चित रितिका हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार को उद्भेदन कर लिया. थानाध्यक्ष राजीव कुमार पटेल ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 18 वर्षीय रितिका की हत्या उसके सौतेले पिता ने गला दबाकर की थी. वहीं इस हत्या में मृतक युवती की मां ने उसका हाथ पकड़ा था. बाद में लड़की के मामा ने धारदार हथियार से गला रेतकर शव को मंझवे गांव के पास चितरघट्टी रोड के किनारे पाईन में फेंक दिया था. अपना अपराध स्वीकारते हुए मृतक युवती की गिरफ्तार मां, मामा और सौतेले पिता ने पुलिस के समक्ष बयान दिया है.
बता दें कि बीते 10 अगस्त की सुबह पुलिस ने मंझवे पहाड़ी के पास चितरघट्टी रास्ते के पाईन से एक अज्ञात 18 वर्षीय युवती का गला रेता हुआ शव बरामद किया था. लेकिन शव का शिनाख्त नहीं हो पायी थी. घटना की की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को लड़की के पास से बरामद मोबाईल फोन ने काफी मदद की.
मां के अवैध विवाह का रितिका करती थी विरोध
मृतक युवती की विधवा मां पुष्पा देवी ने पति के मरने के बाद अवैध रूप से दूसरी शादी नरहट प्रखंड के छोटी पाली ग्राम निवासी राजकुमार सिंह के पुत्र गौरव भारद्वाज से कर ली. पुष्पा देवी अपनी दो बेटी 18 वर्ष और 14 वर्ष और एक बेटा 8 वर्ष के साथ हिसुआ नगर के वार्ड 6 स्थित बढ़ई बिगहा में रहती थी. लेकिन पुष्पा देवी की 18 वर्षीय पुत्री रितिका अपनी मां के दूसरे अवैध विवाह और सौतेले पिता का विरोध करती थी.
मोबाईल पहुंचाया हत्यारों तक
मृतक युवती की पोस्टमार्टम के दौरान एक मोबाइल फोन उसके कपड़े से बरामद हुआ. जो पुलिस को हत्यारों तक पहुंचाने में मदद किया. हिसुआ थानाध्यक्ष ने बताया कि मोबाईल कॉल डिटेल्स में शक के आधार पर मां पुष्पा देवी, मामा पंकज कुमार और सौतेले पिता गौरव भारद्वाज को गिरफ्तार किया गया. कड़ाई से पूछताछ करने पर लोगों ने हत्या का भेद खोल दिया. गला दबाकर हत्या के बाद धारदार हथियार से गला रेतकर शव को मामा पंकज कुमार और सौतेले पिता गौरव भारद्वाज ने बाइक से ले जाकर मंझवे पहाड़ी के पास पाईन में फेंक दिया था. वहीं हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार को बैधनाथपुर गुमटी के समीप नहर में फेंक दिया. पुलिस ने सभी गिरफ्तार लोगों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया.