नवादा: नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड के अन्तर्गत पंचगामा ग्राम में नीरा संग्रह एवं विक्रय केंद्र खोला गया. इसका उद्घाटन जिला परियोजना प्रबंधक पंचम कुमार एवं प्रखंड परियोजना प्रबंधक मृत्युंजय कुमार ने किया. सभी ने नीरा पीकर इसकी खूबियों के बारे में लोगों को बताया.
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शरीर के लिए भी फायदेमंद है नीरा
जीविका की बीपीएम ने बताया कि यह नीरा संग्रह सह विक्रय केंद्र बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन समिति, पटना के तहत खोला गया है. उन्होंने कहा कि ताड़ एवं खजूर के पेड़ से निकलने वाले रस से बनता है. नीरा मानव शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद भी है. इसमें 25 प्रकार के पोषक तत्व पाये जाते हैं.
हालांकि, इसमें 84.72 फीसदी जल रहता है. वहीं, इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों की बात की जाए तो कार्बोहाइड्रेट 14.35 फीसदी, प्रोटीन-0.10 फीसदी, वसा-0.17 फीसदी और मिनरल-0.66 फीसदी मौजूद होता है. मिनरल्स में कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, सोडियम और फॉस्फोरस की भरपूर मात्रा होती है.
नीरा से ठीक होती हैं ज्वांडिस, दमा जैसी बीमारियां
इस रस में ज्वांडिस, दमा सहित अनेक प्रकार की बीमारियों को ठीक करने की ताकत होती है. इसी नीरा को फर्मेंट कर दिया जाता है तो वह ताड़ी बन जाती है. ताड़ी में अल्कोहल की मात्रा बढ़ जाती है और यह नशीला पेय बन जाता है, जो कि शरीर के लिए हानिकारक होती है.
वैज्ञानिकों के अनुसार जिस बर्तन में ताड़ और खजुर का रस निकाला जाता है, उसमें उपस्थित जीवाणु की वजह से फॉरमेंटेशन की क्रिया होती है. मगर नीरा की बात करें तो वो ताड़ और खजूर का ताजा रस होता है.