नवादाः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बिहार पुलिस मुख्यालय से जारी सूची को फाड़े जाने के मामले में राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने करारा जवाब दिया है. नवादा दौरे पर आए विवेक ठाकुर ने तेजस्वी यादव को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने कहा कि 10 किलो भोजन तो जनता के बीच बांटे नहीं, अब हंगामा कर तेजस्वी सुर्खियां बटोरना चाहते हैं.
सांसद ने ये भी कहा कि राजद के लिए यह चुनाव उसके राजनीतिक भविष्य के लिए अंतिम चुनाव होगा. देखियेगा चुनाव के बाद राजद की क्या हालत होती है. विवेक इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि बेचारे क्या करें, चुनाव सिर पर है और तीन महीना लॉकडाउन की वजह से वैसे ही बर्बाद हो चुका है. दरअसल वो बिल्कुल हताश हो चुके हैं, हताशा में वो ऐसा काम कर रहे हैं.
29 मई को जारी हुई थी चिट्ठी
बता दें कि, पुलिस मुख्यालय के विधि व्यवस्था विभाग से 29 मई को एक चिट्ठी जारी की गई थी. जिसमें लिखा गया था कि दूसरे राज्यों से जो प्रवासी मजदूर बिहार आ रहे हैं, उन्हें रोजगार देना संभव नहीं है. इसलिए वह तनावग्रस्त हैं. इससे विधि व्यवस्था बिगड़ सकती है. जिस पर तेजस्वी यादव ने कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि सरकार प्रवासी मजदूरों को बिहार का नागरिक नहीं समझती है, इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्षमा मांगे.
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राज्य सरकार ने मारी पलटी
हालांकि विपक्ष के कड़े एतराज के बाद राज्य सरकार ने पुलिस मुख्यालय से जारी किए गए आदेश पर पलटी मार दी. उस आदेश को भूल करार देकर अपना बचाव भी कर लिया. लेकिन तेजस्वी श्रमिकों के मुद्दे को चुनावी मुद्दा बनाने के मूड में दिख रहे हैं. इसके लिए बाकायदा 7 जून को आंदोलन करने की बात भी कही है. यानी बिहार में अब नेता कोरोना से ज्यादा अपनी राजनैतिक भविष्य की चिंताओं को दूर करने में लगे हुए हैं.