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नवादा सदर अस्पताल में प्रसूता की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप - प्रसव के बाद महिला की मौत

नवादा सदर अस्पताल में प्रसूता की मौत (Maternal death in Sadar Hospital) का मामला सामने आया है. परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि महिला की तबीयत जब ज्यादा बिगड़ गई तब किसी डॉक्टर ने उसकी जांच नहीं की. जिससे समय पर इलाज न मिल पाने के कारण महिला ने दम तोड़ दिया. पढ़ें पूरी खबर....

प्रसव के बाद महिला की मौत
प्रसव के बाद महिला की मौत

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Published : Dec 10, 2022, 12:43 PM IST

नवादा: बिहार के नवादा में महिला की मौत (woman died in nawada) का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि नवादा सदर अस्पताल में महिला की प्रसव के बाद मौत (woman died after delivery in Nawada) हो गई. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण महिला की मौत (Woman dead After Childbirth in Nawada) हुई. परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज के लिए अवैध पैसै मांगने का भी आरोप लगाया. मृतक महिला की पहचान कबरपुर प्रखंड क्षेत्र के गोसाईं बिगहा निवासी बबलू सपेरा की पत्नी पूनम देवी के रुप में हुई है.

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प्रसव के बाद महिला की मौत:मृतक महिला के ससुर सिकंदर सपेरा ने बताया कि रात में बहू प्रसव पीड़ा से कराहने लगी. तब ई-रिक्शा से लेकर उसे सदर अस्पताल पहुंचे. इसी दौरान अस्पताल के गेट पर ही प्रसव हो गया. जिसके बाद जच्चा बच्चा को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. परिजन ने बताया कि डॉ. मधु सिन्हा के कहने पर महिला को भर्ती करवाया गया. महिला का ब्लड चेक होने के बाद 8 ग्राम खून होने की बात बताई गई. तब परिवार वाले खून देने को तैयार भी हो गएय लेकिन बाद में डॉक्टर ने कहा कि खून चढ़ाने की जरूरत नहीं है. सुई व दवा से ही ठीक हो जायेगा. लेकिन रात में अचानक महिला की तबीयत बिगड़ गई.

परिजनों ने लगाए डॉक्टर पर आरोप:परिजनों ने बताया कि जब गंभीर हालत में महिला को अस्पताल लाया गया तब डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी उसे देखने को तैयार नहीं हुए. जिसके बाद समय पर इलाज न मिल पाने के कारण महिला की मौत हो गई. वहीं प्रसव वार्ड में अन्य मरीज के परिजन ने आरोप लगाया कि अस्पताल में डॉक्टर सुई लगाने के नाम पर सौ रुपए की मांग करते हैं. रुपये नहीं देने के कारण इलाज में लापरवाही की गई. हालांकि अस्पताल उपाधीक्षक ने सभी आरोपों को बेेबुनियाद बताया.

"मरीज की हालत गम्भीर थी. अस्पताल में इलाज की गई. आरोप बेबुनियाद है. सीरियस रहने के कारण मरीज की मौत हुई है"- डॉ अजय कुमार, अस्पताल उपाधीक्षक

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