नवादा:जिले के हिसुआ प्रखंड अन्तर्गत कैथिर गांव को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है. रविवार को दो ग्रामीण की मौत कोरोनासे हो गयी थी. वहीं तीन व्यक्ति कोरोना के कारण जीवन और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं. तीनों को गया और पटना में आईशोलेसन वार्ड में रखा गया है.
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संक्रमण बढ़ने का खतरा
ग्रामीणों ने बताया कि आधा दर्जन से अधिक कोरोना मरीज अपने घर में ही क्वॉरंटीन हैं. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि कोरोना के कारण जिन दो व्यक्ति की असमय मौत हुई है, उनके परिजन अंतिम संस्कार करने के बाद बिना जांच कराये गांव में घूम रहे हैं. जिससे ग्रामीणों में भय का माहैल है. ग्रामीणों ने बताया कि दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूर या ईंट-भठ्ठे से लौट रहे मजदूर बिना कोरोना जांच कराये गांव में आ रहे हैं. जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा है.
जांच कराने की सलाह
उप मुखिया कुन्दन कुमार के नेतृत्व में करीब 20 नवयुवक सुरक्षा के दृष्टिकोण से गांव में प्रवेश करने वाले प्रवासी मजदूर को पहले जांच कराने की सलाह दे रहे हैं. जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही गांव में प्रवेश करने की बात बतायी. उपमुखिया द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की प्रभारी डाॅ. स्वीटी कुमारी को यहां की समस्या से अवगत कराया गया है. ग्रामीणों से मिली जानकारी के आलोक में केन्द्र प्रभारी ने एक टेस्टिंग टीम कैथिर गांव में भेजा है.