नवादा : बिहार के नवादा में वन विभाग को पेड़-पौधे की सुध नहीं (Forest Department Nawada) है. कौआकोल प्रखंड क्षेत्र (Kauakol Block Nawada) के वाजितपुर सड़क के किनारे, करमाटांड़- रुस्तमपुर पथ और महादेव मठ भोरमबाग के पास सैकड़ों पेड़- पौधे लगाए गए. जबकि इन पेड़ों ने सही से रख-रखाव के अभाव में बर्बाद हो गए हैं. बताया जाता है कि यहां कई उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में इन पेड़ पौधे को असामाजिक तत्वों के द्वारा क्षति पहुंचाया जाता है.
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विभाग की लापरवाही से पेड-पौधे का नुकसान:वन विभाग की लापरवाही के कारण सड़कों पर पेड़ों की देखरेख नहीं किए जाने से असमाजिक तत्व क्षति पहुंचा रहे हैं. जिसके कारण इन स्थानों पर लाखों खर्च करने के बाद पेड़ लगाने की योजना पूरी तरह से विफल हो रही है. इससे सरकार की पर्यावरण को बचाने की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है. जानकारी के मुताबकि पिछले साल 2021-22 में वन विभाग ने प्रखंड के वाजितपुर सड़क के किनारे, महादेव मठ, भोरमबाग पहाड़ और करमाटांड़ रुस्तमपुर पथ के किनारे असामाजिक तत्वों ने कई स्थानों पर आग लगाकर जला दिया है. यही नहीं कई और स्थानों पर पेड़ों की सुरक्षा के लिए लगाए गए गैवीयन को तोड़कर बर्बाद कर दिया गया है.
इधर इस मामले पर ग्रामीणों की शिकायत है कि जिला स्तरीय वन विभाग को कई बार इसकी सूचना से अवगत कराई गई है. तब भी विभाग इस मामले पर कार्रवाई करने से हिचकिचाती नजर आती है. विभाग की इस कदर निरसता से यहीं लगता है कि इस तरह से विभाग भी काम नहीं करना चाहती है. बस पेड़ पौधे को लगाकर खानापूर्ति कर दी गई है. यहां तक की इन पेड़ पौधे की दुर्दशा को देखने के लिए विभाग के कोई भी कर्मी नहीं पहुंचे हैं. इसकी सुरक्षा के लिए विभाग की ओर से कोई भी मुकम्मल व्यवस्था नहीं की गई है. इन पेड़ पौधों की सुरक्षा के लिए विभाग कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं कर पा रही है.
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