नवादा: जिले में होमगार्ड जवान को अबतक अपना भवन नसीब नहीं हुआ है. वर्तमान में यह कार्यालय पुरानी जेल भवन शिफ्ट कर दिया गया है, जो काफी दयनीय स्थिति में है. बरसात में इस भवन का छत से पानी गिरता रहता है. फाइल रखने के लिए कोई रैक नहीं है. फर्श पर रखकर काम चलाना पड़ता है.
कार्यालय में नहीं है एक भी शौचालय
एक तरफ जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है, वहीं जिले के होमगार्ड कार्यालय में एक भी शौचालय नहीं है. इसके अलावा पीने के पानी की समुचित व्यवस्था तक नहीं है. इस वजह से यहां काम करनेवाले कर्मियों को काफी दिक्कतें होती है.
अधिकारी व कर्मी की है कमी
होमगार्ड विभाग में अधिकारियों और कर्मियों की कमी है. जिले में होमगार्ड कार्यालय के लिए करीब 30 स्वीकृत पद हैं, लेकिन मात्र 5 कर्मियों से काम चलाया जा रहा है. होमगार्ड महासंघ के अध्यक्ष पारस कुमार का कहना है कि जिला समादेष्टा का पद सालभर से रिक्त पड़ा हुआ है. किसी बड़े अधिकारी के आने की खबर सुनते ही जिला समादेष्टा कार्यालय में पहुंच जाते हैं. बाकि दिन कार्यालय में समादेष्टा के न आने की वजह से कई काम समय पर नहीं हो पाते हैं. फिलहाल, नालंदा जिला के समादेष्टा जयंत प्रताप सिंह नवादा के प्रभार में हैं.