नवादा: जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर चल रहे डोर-टू-डोर कोविड-19 संदिग्ध खोज अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत करने की बात कही है. उनका कहना है कि इससे कोरोना संक्रमितों की पहचान संभव हो पा रही है. जिसके बाद उसका समुचित इलाज हो रहा है. ऐसे में उन्होंने सबों से जांच करने जाने वाले स्वस्थ्यकर्मियों की टीम को अधिक-से-अधिक सहयोग देने के लिए अपील की है.
नवादा जिले में फिर शुरू होगी डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग, डीएम ने की लोगों से सहयोग की अपील - कोरोना जांच
जिलाधिकारी के मुताबिक लगातार 8 दिनों तक प्रथम चरण में चलने वाले इस अभियान में कोई भी कोविड-19 संदिग्ध सामने नहीं आया, लेकिन बड़ी आबादी इस जांच से वंचित रह गई थी. जिसकी वजह से दूसरे चरण का फैसला लिया गया.
डीएम ने दी जानकारी
डीएम ने पहले चरण में किए गये सर्वे की जानकारी देते हुए कहा कि 3 लाख 79 हजार घरों का सर्वेक्षण किया गया. जिसमें करीब 20 लाख 40 हजार 47 लोगों की स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की गई. जिसमें कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला.
'जांच से वंचित थी बड़ी आबादी'
जिलाधिकारी के मुताबिक लगातार 8 दिनों तक प्रथम चरण में चलनेवाली इस अभियान में कोई भी कोविड-19 संदिग्ध सामने नहीं आया. बात दें कि जिले की जनसंख्या 30 लाख के करीब है. जिसमें से सिर्फ 20 लाख लोगों के स्वास्थ्य की जांच ही संभव हो सकी. जिससे कहीं-न-कहीं बड़ी आबादी इस अभियान में छूट रही थी. जिसे देखते हुए दूसरे चरण की शुरूआत की जा रही है.