नवादा: जिले में सड़क की बदहाली यहां के लोगों के लिए परेशानियों का कारण बनी हुई है. रोह प्रखंड के अंतर्गत कई ऐसी सड़कें हैं, जो सालों से जर्जर स्थिति में हैं. जिनमें से एक रोह की मोरमा-बजवाड़ा सड़क है. इसका निर्माण अधूरा है. यह सीधे रोह प्रखंड मुख्यालय को जोड़ती है, जो फिलहाल अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. इस सड़क को आज भी अपने उद्धारक का इंतजार है.
नवादा: 12 साल बाद भी निर्माण कार्य अधूरा, टूटी सड़कों पर सफर को मजबूर हैं लोग
जिले की मोरमा-बजवाड़ा सड़क का निर्माण अधूरा है. जिससे यहां के लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. राहगीर अक्सर यहां दुर्घटना के शिकार होते रहते हैं. इसका निर्माण कार्य 12 साल से अधूरा है.
12 साल से अधूरा है निर्माण कार्य
स्थानीय ने बताया कि 2006 में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से 3 किमी तक की सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ था. कुछ जगहों पर मिट्टीकरण और गिट्टी भी बिछाने का काम हुआ था, जो 2007 तक बंद हो गया. जिसके बाद से आज तक यह सड़क नहीं बन पाई है. इस पथ से जुड़े लगभग आधे दर्जन गांवों के हजारों लोग प्रतिदिन सफर करते हैं. इस रास्ते से गुजरते वक्त दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है. राहगीर अक्सर यहां दुर्घटना के शिकार होते रहते हैं. अगर यह सड़क बन जाती है तो लोगों को पकरीबरावां जाने में अधिक समय नहीं गंवाना पड़ेगा. इससे समय के साथ-साथ पैसे की बचत भी होगी. अभी पकरीबरावां जाने के लिए लोगों को कादिरगंज होते हुए लगभग 23 किमी का सफर तय करना पड़ता है. सड़क बन जाने पर महज 10 किमी की दूरी तय करनी होगी.
जल्द से जल्द सड़क और नाले का निर्माण हो
स्थानीय सरोज कुमार का कहना है कि जब से उन्होंने होश संभाला है, तब से इसे ऐसे ही देख रहे हैं. बरसात में यह सड़क नजर हीं नहीं आती है. यहां सिर्फ पानी और कीचड़ नजर आता है. वहीं, अन्य लोगों का कहना है कि यह सड़क काफी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है. बाहर थोड़ा ठीक रहता है लेकिन गांव में पहुंचते हीं पूरे गाड़ी में कचड़ा फैल जाता है. यहां जल्द से जल्द सड़क और नाले का निर्माण होना चाहिए. यहां के ग्रामीण कार्य विभाग के जेई रविन्द्र कुमार का कहना है कि सड़क का काम प्रकिया में है. लेकिन अभी इसमें थोड़ा समय लगेगा.