नवादा: म्यांमार में टिम्बर के क्षेत्र से जुड़ी विश्व की बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में लाखों का पैकेज छोड़ नवादा के राजीव ने डेयरी का काम चुना. 2 गायों से शुरू हुआ इनका डेयरी का काम आज सफलता का मुकाम हासिल कर रहा है. इसकी वजह है लोगों को गुणवत्तापूर्ण दूध मुहैया कराना.
नवादा जिले के जंगली बेलदारी इलाके में डेयरी से राजीव सालाना लाखों रुपए कमा रहे हैं. 2 गायों से डेयरी का काम शुरू करने वाले राजीव के पास अब 78गायें हैं. 10 लीटर दूध से डेयरी का काम शुरू किया था आज 200-250 लीटर तक का दूध उत्पादन कर रहे हैं.
दिल्ली से की है उच्च शिक्षा प्राप्त
राजीव महज 11 साल के थे उसी वक्त आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली शिफ्ट हो गए थे. दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम, फिर एलएलबी और उसके बाद साथ ही कॉरपोरेट लॉ एंड मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया. आखिरकार एक मल्टीनेशनल कंपनी में सलाना 35 लाख के पैकेज के साथ उन्होंने नौकरी शुरू की.
खुशियां, सुकून और समाज के लिए छोड़ी नौकरी
राजीव ने बताया कि पैसों से कई ज्यादा मायने रखता है खुशियां और सूकून, डेयरी का काम शुरू कर उन्हें दोनों मिल रहे हैं. इन गायों कीसेवा करता हूं उनके परिवार में 12 सदस्य हैं, ये 78 गायें भी उनके परिवार का ही हिस्सा हैं.
35 लाख की नौकरी छोड़ डेयरी ही क्यों?
राजीव का कहना है कि मैं समझता हूँ कि, हर किसी को कुछ न कुछ समाज को देना चाहिए. वहीं दूसरी वजह लोगों को बेहतर और शुद्ध दूध मुहैया कराना था
गायों का रखते हैं खास ख्याल ऐसे रखते हैं गायों का ख्याल - गाय के लिए मौसमानुकूल तबेला है.
- खाने से लेकर पिलाने तक सबका एक तय समय है.
- गायों को गाजर समेत कई प्रोटीनयुक्त चीजें खिलाई जाती है.
- बिमारी से बचाने के लिए समय-समय पर कराते हैं पशु डॉक्टर से चेकअप.
नौकरी छोड़ चुना डेयरी का काम
CM नीतीश कुमार और मंत्री श्रवण कुमार भी कर चुके हैं तारीफ
एक कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश कुमार को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने राजीव को काफी प्रोत्साहित किया और कम्पोस्ट के लिए लोगों जागरूक करने के लिए कहा. मंत्री श्रवण कुमार ने भी सराहा.