नवादा: बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ की नवादा शाखा ने शुक्रवार को प्रजातंत्र चौक पर निजीकरण और आउटसोर्सिंग लागू करने के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका है. वहीं, पुतला दहन से पहले संघ के कर्मियों ने जिले के नगर भवन से जुलूस निकाला, जो विजय बाजार होते हुए प्रजातंत्र चौक पहुंचा, जहां निजीकरण और आउटसोर्सिंग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई है.
सफाई कर्मियों ने PM मोदी और CM नीतीश कुमार फूंका पुतला पीएम पर देश बेचने का लगाया आरोप
वहीं, इस दौरान जुलूस का नेतृत्व कर रहे संघ के जिला प्रभारी भोला राम ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हमें नहीं पता की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाय बेचने वाले थे या नहीं, लेकिन मैं इतना जानता हूँ कि वो देश बेचने वाले जरूर है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी निजीकरण का विरोध नहीं किया है, ऐसे में दोनों के रहने से देश का कभी भला नहीं हो सकता है.
चुनाव में देश बेचने वाली सरकार को उखाड़ फेंकने की कही बात
भोला राम ने कहा कि रेलवे, कोल इंडिया, एयर इंडिया जैसे संस्थानों को भाजपा अपने याराना पूंजीपतियों के हाथों में बेचकर देश को एकबार फिर से गुलाम बनाने पर तुली हुई है. उन्होंने कहा कि आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में देश को बेचने वाली और उसका समर्थन करने वाली सरकार को उखाड़ फेंकना है.
सरकार ने दिया धोखा
बता दें कि, बिहार सरकार ने नगर निकायों में काम करने वाले सफाई कर्मियों को आउटसोर्सिंग से काम करने के लिए निर्देश दिया था, जिसका संघ ने पुरजोर विरोध किया था, जिसके बाद सरकार ने आश्वासन दिया था की 31 मार्च तक काम करें, तब तक कोई हल निकाल लिया जाएगा, लेकिन अभी तक इनकी समस्याएं बरकरार है.
सफाई कर्मियों की क्या है मांगें
संघ की मांगें है कि सभी सफाई कर्मियों को नियमित कर सातवां वेतन लागू करें, सरकार सफाई कर्मियों का सेवा शर्त लागू करें, साफाई कर्मियों को छठा और सातवां वेतनमान दिया जाए नहीं तो इस महामारी के समय में सभी सफाई कर्मी आंदोलन पक जाने के लिए विवश हो जाएंगे.