नवादाः जिले के रोह प्रखंड स्थित आदर्श प्राथमिक विद्यालय कुंजैला सरकारी स्कूलों के लिए मिसाल है. यहां के प्रभारी प्रधानाध्यापक अविनाश कुमार निराला की नई सोच और बच्चों के प्रति स्नेह की बदौलत आज यह स्कूल अपने नाम की ही तरह आदर्श स्कूल बन गया है. जहां के बच्चे संस्कारी और गुणी बन रहे हैं.
वाटर बेल में खूब पानी पीते हैं बच्चे
दरअसल इस स्कूल में प्रार्थना, खेल, लंच और छुट्टी की बेल के साथ-साथ वाटर बेल भी बजती है. जिसके बजते ही सभी बच्चे अपने-अपने बैग से वाटर बोटल निकालकर पानी पीना शुरू कर देते हैं. यह बेल पूरे दिन में दो बार बजती है और सभी बच्चे उस समय पानी पीते हैं. ऐसा होने से इस स्कूल के बच्चे ना सिर्फ विद्यालय आने में रुचि दिखाते हैं बल्कि अपने स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक भी हो रहे हैं.
संस्कारी हैं इस स्कूल के बच्चे
यहां के बच्चे समय से स्कूल पहुंचते हैं और सबसे पहले अपने गुरुजनों को चरण छू कर प्रणाम करते हैं. फिर धरती माता को प्रणाम कर विद्यालय परिसर में कदम रखते हैं. इस विद्यालय में 168 बच्चे नामांकित हैं. ये पहले कम पानी पीने के कारण अक्सर बीमार रहा करते थे, लेकिन जब से वाटर बेल की शुरुआत हुई है, तब से बच्चे स्वस्थ भी रहने लगे हैं. इतने ही नहीं इस स्कूल में सभी शिक्षक बच्चों को अच्छी शिक्षा देना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं. स्कूल के बच्चे भी साफ-सुथरे होकर स्कूल पहुंचते हैं.