नवादाःपुंछ में आतंकी हमले में शहीद चंदन कुमार का पार्थिव शरीर नवादा पहुंचा. सोमवार को पहले गया एयरपोर्ट लाया गया, जहां से सैनिक सम्मान के साथ उसे नवादा पैतृक गांव लाया गया. जैसे ही शहीद चंदन का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. बूढे-जवान और बच्चे सभी भारत माता की जय और चंदन कुमार अमर रहे का नारा लगाते रहे.
गांव का माहौल गमगीनः चंदन के परिजन दुखी के साथ-साथ गर्व भी कर रहे हैं कि उनका सपूत देश के लिए लड़ते-लड़ते शहीद हो गया. सोमवार को तिरंगा में लिपटे पार्थिव शरीर को पिता मौलेश्वर सिंह को सौंपा गया. पहले पिता ने अपने बेटे के माथा को चूमा फिर फफक कर रो पड़े. पिता को रोते देख पूरा माहौल गमगीन हो गया. साथ में मौजूद जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों ने पिता को ढांढस बंधाया.
तस्वीर सीने से लगाकर रोती रही मांः ताबूत पर लगी चंदन की फोटो को सीने से लगाकर मां जयंती देवी रोने लगी. माता-पिता व पुरा परिवार का भी कुछ ऐसा ही हाल था. तीन दिन से लगातार रो रहे माता-पिता और भाई की आंखें चंदन का पार्थिव शरीर देखकर नम हो गईं. सभी शव से चिपटकर बिलख पड़े. गांव के लोग भी खुद को नहीं रोक पाए. सभी की आंखों में आंसू थे, लेकिन सभी के चेहरे पर शहीद के लिए गर्व का अहसास भी था कि उनके गांव के युवा देश के लिए जान न्योछावर कर दिया.
नवादा के बाजार रहे बंदः शहीद चंदन का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. चंदन कुमार के सम्मान में वारिसलीगंज के सभी सरकारी व गैरसरकारी संस्था व बाजार बंद रहे. नवादा के लाडले की शहादत के सम्मान में वारिसलीगंज के लोगों ने अपनी दुकानें बंद रखीं. सभी शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल हुए. अंतिम संस्कार के बाद लोगों ने अपनी दुकानें खोली.