नवादा: बिहार में नीतीश सरकार भले ही विकास के बड़े-बड़े दावे कर ले, लेकिन जनता आज भी परेशान है. इन्हीं परेशानियों से आजिज होकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए एक अनोखा रास्ता अख्तियार किया. कई बार जब जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन से आग्रह करने के बाद भी सड़क नहीं बनी तो नाराज ग्रामीणों ने सड़क पर ही धान की रोपाई कर अपना विरोध जताया.
वर्षों से उपेक्षित है यह सड़क
दरअसल, यह समस्या गोविंदपुर विधानसभा के रोह प्रखंड के सिउर की ओर जानेवाली पथ को लेकर है, जो वर्षों से उपेक्षित है, जिसके कारण सड़कें जर्जर हो गई हैं. सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे दिखाई दे रहे हैं वहीं थोड़ी सी बारिश में सड़कों पर सैलाब आ जाता है और लोग उस सैलाब में तैर कर पार करने को मजबूर होते रहते हैं. लोगों की परेशानियों पर न जनप्रतिनिधियों का नजर पड़ रही है और न ही जिला के आलाधिकारियों की.
जीतने के बाद देखने तक नहीं आते हैं जनप्रतिनिधि
नाराज स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी सड़क किस काम की जो सिर्फ कहने को सड़क हो. ऐसी सड़क से अच्छे तो हमारे खेत और खलियान हैं. इस दौरान लोगों ने स्थानीय विधायक और सांसद का भी विरोध जताया. लोगों ने कहा की गोविंदपुर विधानसभा क्षेत्र के रोह प्रखंड के एक भी सड़क बेहतर नहीं है. सांसद, विधायक सिर्फ वोट के समय आते हैं और वोट लेने के बाद कहां गायब हो जाते हैं पता ही नहीं चलता है. स्थानीय विधायक और उनका वंशबाद की राजनितिक में जनता पिसती जा रही है. 45 सालों से इस इलाके पर राज कर रहें हैं लेकिन जनता की मूलभूत समस्या को जीतने के बाद देखने तक नहीं आते हैं.
जान जोखिम में डालकर करते हैं सफर
यहां से गुजरने वाले लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. कई बार दुर्घटना के भी शिकार हो चुके हैं, लेकिन लोग क्या करें. बाजार से जोड़नेवाली यह अहम सड़क है. यह सड़क दर्जनों से अधिक गांव को जोड़ती हैं. ग्रामीणों ने विधायक और सांसद से समस्या की शिकायत की है, लेकिन इसके बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है.
इन गांवों में आवागमन हो रही है दिक्कत
रोह बाजार, हरबंश बिगहा टोला, मड़रा, रतोई, महरावा, परतापुर, अनैला बाजार, सुंदरा, मरुई, मानपुर, भट्टा, सिउर, महकार, डेगमा, बघोर समेत दर्जन भर से अधिक गांव जाने के लिए यही सड़क का एक मात्र सहारा है. इन गांवों से लोग प्रति दिन अवागमन करते हैं. सबसे अधिक लोगों को बारिश के दिनों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.