नालंदा: एक तरफ चुनावी मौसम में नेता फिर से वादों की झड़ी लगा रहे हैं. वहीं उन वादों का कोई हिसाब नहीं जो पिछले चुनावों में किए गए थे. एक ओर बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाने की बात तो की जा रही है लेकिन यात्रियों को इस गर्मी में वहां पानी तक नसीब हो रहा.
बढ़ती गर्मी में पानी के लिए भटकते हैं यात्री, बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर सूखे पड़े नल
दूर दराज से आने वाले यात्री पानी और शौचालय के लिये भटकते नजर आते हैं. बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन से हो कर पटना, नई दिल्ली, हावड़ा सहित अन्य स्थानों के लिये ट्रेन खुलती हैं.
बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन पर मूलभूत सुविधा नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. दूर दराज से आने वाले यात्री पानी और शौचालय के लिये भटकते नजर आते हैं. बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन से हो कर पटना, नई दिल्ली, हावड़ा सहित अन्य स्थानों के लिये ट्रेन खुलती हैं.
रेलवे स्टेशन पर पीने के पानी के लिए लगाए गए नल पूरी तरह से बंद पड़े हैं. यात्रियों द्वारा जब भी नल के पास पानी लेने जाते हैं तो उन्हें नल बंद मिलता है मजबूरन यात्रियों को पानी खरीदना पड़ता है. इतना ही नहीं रेलवे स्टेशन पर शौचालय की भी कमी है जिसके कारण खासकर महिला यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. स्टेशन को आधुनिक बनाने की बात महज नेताओं के वादों में ही नजर आती है वह असलियत से कोसों दूर है.