नालंदा: जिले में अधिकारियों की मनमानी के विरोध में आंदोलन शुरू हो गया है. बुधवार को अस्थावां प्रखंड के अंचलाधिकारी की मनमानी रवैया के विरोध में बलवापर गांव से अस्थावां तक विरोध मार्च निकाला गया. विरोध रैली के अस्थावां पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी का पुतला दहन भी किया. साथ ही ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी पर मनमानी रवैया अपनाने और सरकार को बदनाम करने संबंधी आरोप लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया.
नालंदा: ग्रामीणों ने किया अंचलाधिकारी का पुतला दहन, मनमानी का लगाया आरोप - Villagers burnt effigy of officer
विरोध रैली के अस्थावां पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी का पुतला दहन भी किया. साथ ही ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी पर मनमानी रवैया अपनाने और सरकार को बदनाम करने संबंधी आरोप लगाते लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया.
'कार्यालय का लगाना पड़ता है चक्कर'
गौरतलब है कि आंदोलन के माध्यम से लोगों ने अंचलाधिकारी का तबादला करने की मांग रखी. साथ ही मौके पर ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि मांगे नहीं माने जाने पर आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन भी किया जाएगा. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अंचलाधिकारी की ओर से वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन और जमीन का दाखिल खारिज सहित अन्य समस्याओं को लेकर ग्रामीणों को बार-बार अंचल कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है. साथ ही लोगों ने कहा कि अंचलाधिकारी के उदासीन रवैये के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
'किसानों को तंग करना है नियति'
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने कहा कि किसानों को तंग तक करना इनकी नियति बन चुकी है. अंचलाधिकारी ने वर्ष 2019 के बाढ़ का फर्जी रिपोर्ट सरकार को भेज दिया गया जिससे ग्रामीणों के साथ सरकार की भी फजीहत हुई. जब से अंचलाधिकारी का पदस्थापन किया गया समस्याएं बढ़ती जा रही है. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने बताया कि अंचलाधिकारी को हटाने के लिए समस्त उच्च पदाधिकारियों को आवेदन दिया जा चुका है.