नालंदा: बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थल राजगीर के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित आयुर्वेद पर्व (Ayurveda festival Organized in Rajgir) का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन (CM Nitish Inaugurate Ayurveda Festival) किया. आज से 13 दिसंबर तक आयोजित इस आयुर्वेद पर्व में 1500 आयुर्वेद विशेषज्ञ शामिल होंगे. इसमें आयुर्वेद औषधि से लेकर आयुर्वेद के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी.
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बता दें कि तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व में आयुर्वेद के विकास, आम लोगों के स्वास्थ्य रक्षा के उपाय, रोगियों का परीक्षण और निशुल्क चिकित्सा, स्वस्थ रहकर दैनिक जीवन के उपायों पर विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की जाएगी. बिहार सहित विभिन्न राज्यों के 1500 प्रतिनिधि तीन दिवसीय आयोजन में शामिल होंगे. वहीं, कन्वेंशन सेंटर में देश के विभिन्न राज्यों के नामी-गिरामी 40 आयुर्वेदिक कंपनियों ने स्टॉल लगाये हैं.
राज्य में आयुष औषधि के विकास पर चर्चा की जाएगी. केंद्र सरकार की ओर से बिहार के अलावा चंडीगढ़, दिल्ली और असम के गुवाहाटी में भी आयुर्वेद महापर्व का आयोजन का फैसला लिया गया है. सीएम के अलावा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, केन्द्रीय आयुष सचिव डॉ. सोनेवाल कोटेचा, परामर्शदाता डॉ. मनोज नेसरी, अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्म भूषण वैद्य देवेन्द्र त्रिगुणा शामिल हुए. उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, यूपी, हरियाणा, ओडीशा सहित अन्य राज्यों के डेलिगेट शामिल होंगे.
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आयुर्वेद के विकास के लिए बिहार सरकार ने कैबिनेट से तीन आयुर्वेद कॉलेजों के भवन और विकास के लिए बड़ी राशि की स्वीकृति अभी हाल हो में दी है. देश में आयुर्वेद का समृद्ध इतिहास है और बिहार का इतिहास और भी समृद्ध है. आयुर्वेद पर्व के माध्यम से बिहार में आयुर्वेद चिकित्सा को नया आयाम मिलेगा.
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