नालंदाः कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में अलर्ट जारी है. कोरोना वायरस का असर उद्योग धंधे पर पड़ रहा है. खासकर पॉल्ट्री उद्योग पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. लोग चिकेन नहीं खरीद रहे हैं. जिससे चिकेन विक्रेताओं के सामने रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है.
नालंदाः कोरोना से पोल्ट्री उद्योग पर असर, कारोबारियों को हो रहा लाखों का नुकसान - रोजी रोटी की समस्या
कोरोना वायरस के कारण चिकेन के दाम में काफी गिरावट आई है. इसके बावजूद चिकेन की बिक्री नहीं हो रही है. आम दिनों में जो चिकेन 130 से 140 रुपये बिकता था. अब वह 50 से 60 रुपये भी बिक नहीं पा रहा है.
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कारोबारियों को झेलना पड़ रहा नुकसान
कोरोना वायरस के कारण चिकेन के दाम में काफी गिरावट आई है. इसके बावजूद चिकेन की बिक्री नहीं हो रही है. आम दिनों में जो चिकेन 130 से 140 रुपये बिकता था. अब वह 50 से 60 रुपये भी बिक नहीं पा रहा है. जिससे कारोबारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है.
मीट मछली के दामों में वृद्धि
बताया जा रहा है कि पोल्ट्री उद्योग में प्रतिदिन कारोबारियों को लाखों का नुकसान हो रहा है. वहीं, बाजार में मीट और मछली की बिक्री पर कोई असर नहीं देखने को मिल रहा है. हालांकि इसको देखते हुए मीट और मछली से जुड़े कारोबारियों ने दामों में वृद्धि कर दी है. वहीं, नॉनवेज के शौकीन लोग सरकार के निर्देशों को ध्यान से पढ़कर ही खरीदारी कर रहे हैं.