नालंदा:बिहार के नालंदा में जहरीली शराब कांड (Nalanda Liquor Case) के बाद प्रशासन और स्थानीय लोग आमने-सामने के मूड में है. सोहसराय थाना क्षेत्र के छोटी पहाड़ी मोहल्ले और पहाड़तल्ली मोहल्ला में जहरीली शराब से 12 लोगों की मौत के बाद जहां जिला प्रशासन ताबड़तोड़ कार्रवाई में जुटा है. वहीं, इस कांड के बाद प्रशासन ने पूरी तरह से सख्ती बरतते हुए अवैध तरीके से पहाड़ी क्षेत्र में रह रहे लोगों के मकान और जमीन पर नोटिस चिपका दिया है. साथ ही उनसे मकान और जमीन संबंधित कागजात दिखाने की बात कही जा रही है. जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.
पीड़ित महिलाओं ने एक सुर में कहा कि दोषी कोई और है और सजा किसी और को दी जा रही है. दोषी कुछ लोग हैं और खामियाजा पूरे मोहल्ले वासी भुगत रहे हैं. पुलिस कभी भी उनके घर आकर तलाशी शुरू कर देती है. वह घर में किस अवस्था में बैठे हुए हैं, इसका भी ख्याल पुलिस प्रशासन के द्वारा नहीं रखा जाता है. मोहल्ले वासी अपना अपना काम छोड़कर धरना प्रदर्शन में बैठे हुए हैं, क्योंकि अब उनके सामने अपने घर को बचाने की जरूरत आ पड़ी है. हम लोगों की मांग है कि जिला प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई करें और जो लोग पहले से यहां रह रहे हैं, उनके साथ बर्बरता ना करें.
इस दौरान महिलाओं ने जिला प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए. स्थानीय लोगों ने कहा कि पहले तो लोग जहरीली शराब पीने के कारण मर गए और अब नगर निगम हम लोगों को मारने की कोशिश कर रहा है. नगर निगम अगर हम लोगों के घर खाली करवा देगी, तो हम गरीब इस ठंड में कैसे रहेंगे. दरअसल, शराब माफियाओं के खिलाफ 17 राजस्व पदाधिकारी जमीन के कागजातों की जांच में जुटे हैं. इसके अलावा सरकारी भूमि पर बने 50 से भी अधिक मकान के मालिकों को नोटिस दिया गया है.