बिहार

bihar

ETV Bharat / state

नालंदा: PDS दुकानों में अक्सर पॉश मशीन की रहती है लिंक फेल, लाभुक के साथ डीलर भी परेशान

पॉश मशीन के जरिए राशन का वितरण करना पीडीएस संचालकों के लिए सिरदर्द बन गया है. वहीं, उपभोक्ताओं को भी कई कई दिनों तक डीलरों के गोदाम का चक्कर लगाना पड़ता है, राशन नहीं मिलने पर लाभुक डीलरों को खरी खोटी सुना कर जाते हैं,

PDS shops often have link failures of pos machines in nalanda
पीडीएस की दुकानों में अक्सर पॉश मशीनों की लिंक फेल होती हैं

By

Published : Jun 28, 2020, 10:10 PM IST

Updated : Jun 29, 2020, 3:13 AM IST

नालंदा (अस्थावां):जिले में जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के लिए पॉश मशीन से राशन का वितरण करना सिरदर्द बन गया है. इस मशीन के कारण उपभोक्ताओं को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शनिवार और रविवार को पूरे दिन मशीन का लिंक फेल रहने के कारण कई उपभोक्ताओं को निराश होकर वापस लौट जाना पड़ा.

बता दें कि सरकार की ओर से राशन वितरण में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से पॉश मशीन के उपयोग पर जोर दिया गया है. हालांकि इसमें तकनीकी समस्या आने के कारण लाभुकों को अनाज लेने के लिए डीलरों के यहां कई कई दिनों तक चक्कर लगाना पड़ रहा है.

पीडीएस की दुकानों में अक्सर पॉश मशीनों की लिंक फेल होती हैं

कई दिनों तक गोदाम का चक्कर लगाते हैं लाभुक
इन सारी समस्याओं से परेशान उपभोक्ताओं और डीलरों ने बताया कि मशीन का सर्वर डाउन होना या लिंक फेल हो जाना आम बात हो गई है. इसकी वजह से लोगों को बिना राशन के ही वापस लौटना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि ताजनिपुर, जहाना, उत्तरथू और लोदीपुर सहित कई अन्य पंचायतों में लाभुकों को राशन के लिए कई दिनों से डीलरों के गोदाम का चक्कर लगाना पड़ रहा है.

खाली हाथ ही लौटते हैं उपभोक्ता
इस परेशानी को लेकर लाभुकों ने बताया कि हरेक महीना जब राशन वितरण होता है, तब मशीन का सर्वर काम नहीं करता या लिंक फेल हो जाता है. इस समस्या से हम लाभुकों के साथ डीलरों को भी परेशानी होती है. साथी लाभुकों ने कहा कि वो अपना सारा काम धंधा छोड़ कर राशन के लिए आते हैं, लेकिन लिंक नहीं रहने पर उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है.

पॉश मशीन के फेल रहने पर राशन से वंचित रह जाते हैं लाभुक

लाभुकों की खरी-खोटी सुनते हैं डीलर
इसके अलावा डीलरों ने बताया कि विभाग की ओर से उन्हें सख्त निर्देश दिया गया है कि किसी भी हालत में मशीन के जरिए ही राशन का वितरण करना है. लेकिन सर्वर या लिंक के फेल रहने से राशन वितरण के कार्य में तेजी नहीं आ रही है. वहीं, तकनीकी समस्या के बारे में लाभुकों को समझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है. हरेक दिन दर्जनों लाभुकों की खरी-खोटी सुननी पड़ती है.

Last Updated : Jun 29, 2020, 3:13 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details