नालंदा शहर में नेताओं की इंट्री पर रोक नालंदाः बिहार के नालंदा में हिंसा मामले (Violence In Nalanda) में जाप अध्यक्ष पप्पू यादव बिहारशरीफ पहुंचे. शहर में घुसने से पहले ही प्रशासन ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद पप्पू यादन को वापस लौटना पड़ा. बतौर जिला प्रशासन किसी भी पॉलिटिकल लोगों को शहर में घुसने की मनाही है. अधिकारियों ने कहा कि डीएम की ओर इसको लेकर निर्देश जारी किया गया है. इसके बाद पप्पू यादव को लौटना पड़ा. पप्पू यादव ने BJP पर निशाना साधते हुए दंगा कराने का आरोप लगाया. उन्होंने भाजपा, आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल पर हिंसा करने का आरोप लगाया है.
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BJP पर हिंसा का आरोपः पप्पू यादव ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह का धमकी भरा हुआ बयान इस बात की ओर इशारा करता है. बिहार में जानबूझकर धार्मिक उन्माद की साजिश रची गयी है. उन्होंने कहा था कि लटका कर मारेंगे. देश के गृह मंत्री की भाषा जब हिंसक हो तो वहां अमन चैन की कल्पना कैसे की जा सकती है. अमित शाह के आने के पहले बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ को टारगेट क्यों किया गया. इसकी भूमिका तय करिए. नीतीश कुमार देश को बताएं की यह दंगा आरएसएस, बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद साजिश के तहत किया है.
सीएम कराएं जांचः सबसे ज्यादा राम के नाम पर दंगा हुआ, जहां BJP की सरकार है. बिहार और बंगाल में तीसरे नंबर पर आ गए. कर्नाटक में चुनाव हार रहे हैं. देश में इनके पास कोई मुद्दा नहीं है. अमित शाह नवादा में आए तो एक बार भी बिहार और बिहारी के बारे में नहीं बोले. एक बार तमिलनाडु के बारे में नहीं बोले. बिहार की गरीबी और बिहार को विशेष पैकेज के बारे में कोई चर्चा नहीं की, लेकिन लटका के मारेंगे इसकी चर्चा जरूर हुई. साफ मतलब है कि BJP समाज का माहौल खराब करना चाहती है. नीतीश कुमार जी से चाहेंगे कि हर कीमत पर स्पीडी ट्रायल चलाकर 15 से 20 दिनों के अंदर दंगाईयों को सजा दिलवाएं. इस दंगा के पीछे कौन कौन आरएसएस, बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद और BJP के नेता की भूमिका है, इसकी जांच कीजिए.
"जहां BJP की सरकार है, वहां सबसे ज्यादा राम के नाम पर दंगा हुआ है. इनके पास कोई मुद्दा नहीं है. गृह मंत्री अमित शाह का धमकी भरा हुआ बयान इस बात की ओर इशारा करता है. साफ मतलब है कि BJP समाज का माहौल खराब करना चाहती है. नीतीश कुमार से मांग करते हैं कि स्पीडी ट्रायल चलाकर 15 दिनों के अंदर दंगाईयों को सजा दें."-पप्पू यादव, जाप अध्यक्ष
"जिला जिला प्रशासन का सख्त आदेश है कि कोई भी राजनीतिक आदमी को शहर में प्रवेश नहीं दिया जाए. इस कारण इन्हें रोका गया है. मैने वरीय पदाधिकारी को इसके बारे में सूचना दे दी है. वहां से जो निर्देश मिलता है, उस अनुसार कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल उन्हें वापस होना पड़ेगा. शहर के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा."-राजेश कुमार, प्रतिनियुक्त पदाधिकारी, जिला प्रशासन