नालंदा: बिहार के नालंदा में चल रहे राजगीर महोत्सवमें पगला बाबा का का अनोखा टी-स्टाॅल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र (Pagla Baba unique tea stall at Rajgir Mahotsav) बन गया है. पगला बाबा का अलग अंदाज और यहां की हर्बल चाय की चुस्की के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. पगला बाबा डांस कर लोगों को चाय परोसते हैं और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हैं.
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राजगीर महोत्सव में पगला बाबा का यूनिक टी स्टाॅल नवादा के रहने वाले हैं पगला बाबाःनवादा के मिथिलेश कुमार संतोषी उर्फ पिंटू गुप्ता ने इन दिनों राजगीर महोत्सव परिसर में हर्बल टी गार्डन से धूम मचा रखी है. इसमें लोग इनके स्टाइल और अनोखे अंदाज को देखने पहुंच रहे हैं. हर्बल चाय की चुस्की के साथ उनके देशभक्ति गीतों पर डांस को लोग इन्जॉय भी कर रहे हैं. इन्हें लोग पगला बाबा के नाम से पुकारते हैं. पगला बाबा चाय के साथ लोगों में देशभक्ति का जज्बा, आपसी भाईचारा, सौहार्द, प्रेम और शांति का अलख जगा रहें हैं.
जल-जीवन-हरियाली की बनाई है झांकीःपगला बाबा ने गेस्ट हाउस महोत्सव स्थल परिसर के ग्राम श्री मेला के पास हर्बल टी गार्डन को अपने हाथों से सजाया है. इसमें जल-जीवन-हरियाली के साथ बेकार यानी कबाड़ से जुगाड़ की वस्तुओं से लबरेज हर्बल टी गार्डन है. इससे पर्यावरण संरक्षण, कचड़ा प्रबंधन सहित देश व जनहित का संदेश लोगों में प्रसारित कर रहे हैं. वहीं उनके अजीबो-गरीब तरीकों तथा हरकतों से लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो रहे हैं. जल-जीवन-हरियाली विषय पर एक से बढ़कर एक झांकी बना रखी है.
टी गार्डन में लगा रखी है भारत माता की मूर्तिः पगला बाबा की मजेदार और प्रेरणादायक बातों में लोग खो से जाते हैं. नवादा जिले के मिथिलेश कुमार संतोषी उर्फ पिंटू गुप्ता मैरुन कलर के कुर्ता व पायजामा, गले में माला, कंधे पर एक छोटा बैग तथा सिर पर पगड़ी रखते हैं. यह अपने हर्बल टी गार्डन में आए लोगों को चाय के साथ देशभक्ति का स्वाद भी परोस रहे हैं. पिंटू गुप्ता ने हर्बल टी गार्डन में भारत माता की मूर्ति के अलावा बच्चों के लिए झूला, जमीन पर पीढ़ा और चौकी एवं खटिया पर पीतल के लोटनी, गिलास की व्यवस्था कर रखी है.
पर्यावरण संरक्षण पर रखा है चाय का नामः पगला बाबा ने पर्यावरण संरक्षण पर चाय का नाम भी रखा है. इसमें हरा भरा चाय, हरियाली चाय के अलावा तंदूरी चाय, मसाला चाय, लौंग चाय, छुहारा चाय अनेक नाम हैं. वहीं वह चाय में चीनी कम तथा शहद, ताल मिश्री और गुड़ का अधिक प्रयोग करते हैं. पगला बाबा चाय पत्ती के साथ केसर इत्यादि जड़ी बूटियों को भी शामिल करते हैं.
" मेरे स्टाॅल पर 31 प्रकार के चाय हैं. शिलाजीत, केसर, मुलैठी, लौंग आदि के चाय हैं. मैंने एक अनोखा तरह का पानी बनाया है. मैंने हर्बल मिठाई भी बनाया है. सभी चीजें लोगों के स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद है. राजगीर महोत्सव में लोगों की काफी भीड़ मेरे टी गार्डेन में उमड़ रही है. यह मेरा पहला स्टार्टअप है. यहां 20 से 30 रुपये में स्वास्थ्यवर्धक चाय बेच रहे हैं "-मिथिलेश कुमार संतोषी उर्फ पगला बाबा