नालंदा: बीते दस दिनों में प्याज के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. जिले की बात करें तो यहां प्याज 80 रुपये किलो बिक रहा है. इस बाबत ईटीवी भारत ने थोक विक्रेताओं और खरीददारों से बात की तो उन्होंने बताया कि प्याज बिन कटे ही रुला रहा है. बता दें कि पहले हुई बरसात के कारण प्याज की फसल पर जबरदस्त असर पड़ा है. दुकानदारों की माने तो महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में पानी से प्याज की फसलें खराब हो गईं हैं. स्टॉक न होने के कारण इसके दाम तेजी से बढ़ रहे हैं.
नालंदा: प्याज के दाम में बेतहासा बढ़ोतरी से लोग परेशान - वृद्धि होने की संभावना
पहले हुई बरसात के कारण प्याज की फसल पर जबरदस्त असर पड़ा है. दुकानदारों की माने तो महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में पानी से प्याज की फसलें खराब हो गईं हैं. स्टॉक न होने के कारण इसके दाम तेजी से बढ़ रहे हैं.
80 रूपए किलो बिक रहा प्याज
वहीं, मामले में थोक विक्रेताओं का कहना है कि प्याज खरीदने के लिए फुटकर विक्रेता कतरा रहे हैं. साथ ही स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि महंगाई के कारण प्याज के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है. वहीं, लोकल प्याज बाजार से लगभग खत्म हो चुका है. बाहर के प्याज पर ही पूरे नालंदा के लोग निर्भर है. नतीजा यह है कि प्याज का दाम में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हो रही है. बाहर से आने वाले प्याज के भी दाम काफी बढ़े हुए हैं. यही वजह है कि आज नालंदा के बाजारों में 80 रूपए किलो प्याज बिक रहा है. हालात यही रहा तो आने वाले दिनों में प्याज के दामों में और वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है.
बिन कटे रुला रहा प्याज
प्याज के दाम सुनते ही सब्जी मंडी पहुंचे ग्राहक अपने झोले का मुंह ढकते नजर आ रहे हैं. एक युवक ने बताया कि 80 रुपये किलो प्याज कौन खरीदेगा. हम तो स्वाद भर के लिए थोड़ा सा प्याज खरीद रहे हैं. निश्चित तौर पर प्याज के बढ़े दाम इसके बिन कटे ही रुला रहे हैं. आम लोगों के पकवान में अब प्याज संभव नहीं लग रहा है. क्योंकि लोग बाजार तो जाते हैं झोला भर सब्जी लाने के लिए लेकिन महगांई की मार से झोला खाली ही रह जाता है. वहीं, कुछ लोग सरकार पर गुस्सा निकालते हुए नजर आ रहे हैं. देखना होगा कि बिहार समेत देश के अन्य राज्यों में प्याज के दाम कब गिरते हैं.