नालंदाःजिले केकरायपरसुराय थाना क्षेत्र के दिरीपर गांव की एक वृद्ध महिला कौशल्या देवी ( Kaushalya Devi ) और उसकी पोती सपना का गुजर-बसर शौचालय में होने का वीडियो वायरल ( Video Viral ) हो गया. इसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और मामले की सत्यता की जांच की. बिहार सरकार में मंत्री संजय कुमार झा ने इसे महज एक अफवाह बताया है. वहीं हिलसा एसडीएम (Hilsa SDM) ने भी वीडियो को गलत बताया है.
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मंत्री संजय झा ने बताया अफवाह
वृद्ध महिला और उसकी पोती का शौचालय में रहने की घटना का जिक्र करते हुए बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने ट्वीट कर कहा कि "सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर अफवाह फैलाई जा रही थी कि एक बुजुर्ग महिला अपनी पोती के साथ शौचालय में रह रही है! जिला पदाधिकारी, नालंदा द्वारा कराये गये स्थल निरीक्षण में पता चला है कि उक्त महिला कौशल्या देवी शौचालय के बगल में एक झोपड़ी में रहती है.
मंत्री जी ने आगे कहा कि"कौशल्या देवी की एक पोती के अलावा परिवार का कोई अन्य सदस्य साथ में नहीं रहता है. महिला को वृद्धावस्था पेंशन और PDS का अनाज मिलता है. उसे भोजन की समस्या नहीं है. जिला प्रशासन द्वारा महिला की झोपड़ी का जीर्णोद्धार और उससे लगती गली का पक्कीकरण करवाया जायेगा."
शौचालय में खाना बना रही थी बुजुर्ग महिला
एसडीएम ने वीडियो को बताया गलत
सोशल मीडिया पर शौचालय में रहने और खाना बनाने का वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में एसडीएम से भी सवाल पूछे गए. हिलसा एसडीएम राधाकांत ने जवाब देते हुए बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने खुद जाकर मामले की सत्यता की जांच की. असल में बुजुर्ग महिला शौचालय के बगल में एक झोपड़ी में रहती हैं. निरीक्षण के दौरान वे झोपड़ी में ही सोती हुई मिलीं. यह वीडियो गलत है. फिलहाल उन्हें सभी सरकारी योजनाओं का लाभ देने की तैयारी चल रही है.
कौशल्या देवी की उनकी पोती के साथ वीडियो हुआ था वायरल
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क्या है पूरा मामला?
दरअसल, नालंदा जिले के करायपरसुराय थाना क्षेत्र के दिरीपर गांव में एक मासूम बच्ची सपना कुमारी और उसकी बुजुर्ग दादी कौशल्या देवी का शौचालय में खाना बनाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिसमें ये दावा किया गया कि इस परिवार का इन दोनों के अवाला और कोई नहीं है. बुजुर्ग दादी अपनी अनाथ पोती को भीख मांगकर खाना खिलाती है. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया है और उन्हें सुविधाओं का लाभ देने की बात कही थी.