नालंदा: जिले में 3 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. चुनाव पूर्व तैयारी की समीक्षा को लेकर विभिन्न कोषांग के वरीय एवं नोडल पदाधिकारी के साथ जिला अधिकारी योगेंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक निलेश कुमार ने बैठक की. चुनाव में कोविड-19 से के संक्रमण की स्थिति को देखते हुए 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता, पीडब्ल्यूडी श्रेणी, आवश्यक सेवाओं के प्रदाता एवं कोविड-19 के संक्रमित मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलट के माध्यम से मतदान का विकल्प भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिया गया है.
चुनाव को लेकर DM ने नोडल पदाधिकारी के साथ की समीक्षा बैठक, दिए कई निर्देश - बिहार महासमर 2020
नालंदा जिले में चुनाव पूर्व तैयारी की समीक्षा करने गुरुवार को कोषांग के वरीय एवं नोडल पदाधिकारी पहुंचे. इस दौरान जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ चुनाव को लेकर उनकी समीक्षा बैठक हुई.
![चुनाव को लेकर DM ने नोडल पदाधिकारी के साथ की समीक्षा बैठक, दिए कई निर्देश नोडल पदाधिकारी का डीएम के साथ समीक्षा बैठक.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-9017542-11-9017542-1601607870259.jpg)
पोस्टल बैलट से भी होंगे चुनाव
पोस्टल बैलट को शाम को इन सभी श्रेणी के मतदाताओं की संख्या का आकलन करते हुए पोस्टल बैलट की प्रक्रिया को समय से पूर्ण करने का निर्देश दिया गया, ताकि सभी मतदाता अपनी इच्छा के अनुसार पोस्टल बैलट के विकल्प चुनते हुए आवश्यक प्रक्रिया का अनुपालन समय पर कर सकें. बैठक के दौरान कोविड-19 कोषांग को वैसे मतदान भवन जहां अधिक मतदान केंद्र स्थित है, वहां विशेष रूप से प्रवेश निकासी की अलग-अलग व्यवस्था, लाइन लगाने की उपयुक्त व्यवस्था के साथ-साथ मास्क, सैनिटाइजर, ग्लव्स आदि की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया.
असामाजिक तत्वों के विरुद्ध होगी कार्रवाई
पीडब्ल्यूडी कोषांग को सभी सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी एवं बीएलओ के माध्यम से सभी पीडब्ल्यूडी श्रेणी के मतदाताओं को मतदाता सूची में चिन्हित करने की कार्रवाई करने को कहा गया. सूची के आधार पर जरूरतमंद मतदाताओं के लिए व्हील चेयर की टैगिंग बूथ के साथ सुनिश्चित करने को कहा गया. वाहन कोषांग को विभिन्न श्रेणी के वाहनों की व्यवस्था को कोविड-19 के लिए लागू गाइडलाइन के अनुरूप करने को कहा गया. विधि व्यवस्था कोषांग को वैसे अनुज्ञप्ति धारक जिन्होंने अपने शस्त्रों का भौतिक सत्यापन नहीं कराया उनके शास्त्र अनुज्ञप्ति को निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा गया. असामाजिक तत्वों के विरूद्ध निरोधात्मक कार्रवाई करने एवं अनुमंडल पदाधिकारी को अधिक से अधिक कैम्प कोर्ट लगाकर कार्रवाई करने को कहा गया.