नालंदा: राष्ट्रीय युवा शक्ति ने बिहारशरीफ स्थित अस्पताल मोड़ पर सूरत में हुए हादसे को लेकर कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान संगठन के कार्यकर्ताओं ने छात्र-छात्राओं को श्रद्धांजलि दी. राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष प्रिंस पटेल ने बताया कि इस घटना के लिए सरकार के साथ-साथ वहां का प्रशासन जिम्मेदार है. क्योंकि कोचिंग खोलने के जो नियम मानक सरकार के द्वारा निर्धारित किये गये हैं उन मानकों को कोचिंग संचालक पूरा नहीं कर रहे हैं. इसी कारण यह घटना घटी है.
नालंदा: युवाओं ने कैंडल मार्च निकालकर सूरत में मारे गए मासूमों को दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष प्रिंस पटेल ने बताया कि इस घटना के लिए सरकार के साथ-साथ वहां के प्रशासनिक पदाधिकारी भी जिम्मेदार हैं. वहीं, नालंदा में भी कोचिंग खोलने के जो नियम मानक सरकार के द्वारा निर्धारित किये गये हैं उन मानकों को कोचिंग संचालक पूरा नहीं कर रहे हैं.
संगठन ने सरकार से की मांग
संगठन के अध्यक्ष प्रिंस पटेल ने कहा कि हम केंद्र सरकार और राज्य सरकार से मांग करते हैं कि ऐसी दुर्घटना दूबारा न हो या फिर इसकी पुनरावृति नालंदा जिले में ना हो. इसके लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार को भी इन कोचिंग संचालकों के प्रति कड़े रुख अपनाने की जरूरत है. नालंदा जिले में भी कई ऐसे कोचिंग संस्थान हैं. जहां पर अग्निशमन विभाग के द्वारा दिये गए मानकों को पूरा नहीं किया गया है.
इस मौके पर दर्जनों कार्यकर्ता रहे उपस्थित
कैंडल मार्च के मौके पर जिला प्रवक्ता चंद्रमणि पटेल ने कहा कि अगर यही स्थिति नालंदा में हो तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है. क्योंकी कोई भी कोचिंग संचालक इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार नहीं रहते हैं. जिला प्रशासन इन बातों पर ध्यान दें. इस मौके पर जिला मंत्री सुरजीत राज मौर्य, मीडिया प्रभारी प्रिंस सक्सेना, सोनू, सिकंदर, निक्की, विकास, डॉ आशुतोष कुमार समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
गौरतलब है कि पिछले दिनों सूरत में तक्षशिला कॉमप्लेक्स स्थित कोचिंग संस्थान में आग लग गई थी. आग लगने से वहां पढ़ रहे बच्चों के बीच अफरा-तफरी का महौल हो गया था. वहीं, कई छात्र और छात्राएं अपनी जान बचाने के चक्कर में 4 मंजिला इमारत से कूदने लगे. जिसमें करीब 19 छात्र-छात्राओं की मौत हो गई. इस घटना में मरे छात्र और छात्राओं को बिहारशरीफ में कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी गई.