नालंदा: कोरोना के कारण हुए लॉक डाउन में पूरे देश में काम कर रहे बिहार, यूपी और झारखंड के लाखों मजदूर अलग-अलग जगहों पर फंस गए हैं. कई मजदूर पैदल या साइकिल से अपने घर के लिए निकल पड़े हैं. इन्हीं में, नालंदा के कुछ मजदूर, जो तमिलनाडु में काम करते हैं उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगायी है. ईटीवी भारत के स्थानीय संवाददाता को उनके परिजनों ने ये वीडियो दिखाते हुए उनकी समस्या से रुबरु करवाया है.
तमिलनाडु में फंसे नालंदा के मजदूरों ने लगाई मदद की गुहार, कहा- खाने को नहीं मिल रहा सरकार
मजदूरों ने ईटीवी भारत के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि इन लोगों के लिए 1 दिन के लिए भी ट्रेन का परिचालन शुरू कर दी जाे, ताकि ये भूखे प्यासे भी घर पहुंच जाए.
घर वापस आना चाह रहे है मजदूर
ये सभी मजदूर नालंदा के नूरसराय थाना क्षेत्र के सीवानपर गांव के 15 से 20 मजदूर तमिलनाडु के कोयंबटूर रेलवे स्टेशन से 30 किलोमीटर दूर फंसे हुए हैं. इन लोगों को ठेकेदार की ओर से फिलहाल खाना दिया जा रहा था. लेकिन वो भी अब हाथ खड़े कर रहा है. इसलिए मजदूर घर वापस आना चाह रहे हैं. ये सभी करीब 2 से 3 वर्षों से तेलंपरी, आरसुर रोड में सिंगर कंपनी में काम कर रहे थे. इस कंपनी में बिल्डिंग बनाने का काम चलता था.
पीएम और सीएम से लगाई गुहार
मजदूरों ने ईटीवी भारत के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि इन लोगों के लिए 1 दिन के लिए भी ट्रेन का परिचालन शुरू कर दी जाे, ताकि ये भूखे प्यासे भी घर पहुंच जाए. फिलहाल सभी मजदूर मदद की आस लगाए हुए वहां रुके हुए है. बिहार से तमिलनाडु की दूरी काफी है. ऐसे में ये लोग पैदल यात्रा भी नहीं कर सकते हैं. बता दें कि वहां पर बिहार के अलावा अन्य राज्यों के भी लोग फंसे हुए हैं.