राजगीर में मलमास मेला की तैयारी का सीएम ने किया निरीक्षण. नालंदा: बिहार के नालंदा में 18 जुलाई से मलमास मेला शुरू हो रहा है. इसे राजकीय मेला का दर्जा प्राप्त है. लिहाजा, सरकार के स्तर पर मेले की भव्य तैयारी की जाती है. मेले के दौरान श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए सरकार की बैनर-पोस्टर लगाये जाते हैं. लेकिन, राजगीर मेले के लिए जो पोस्टर लगाये गये हैं उसमें केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही दिख रहे हैं. एक भी बैनर में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को जगह नहीं मिली है.
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महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहींः कुछ दिनों से चल रहे जदयू और राजद के बीच सियासी उठापटक के बीच राजगीर में लगाये गये सरकारी बैनर-पोस्टर में यह संकेत मिल रहा है कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. जैसा दावा भाजपा नेता कर रहे हैं. राजद एमएलसी सुनील सिंह और राजद विधायक भाई बीरेंद्र द्वारा हाल में दिये गये बयानों से भी इसके संकेत मिल रहे थे. बहरहाल इस मुद्दे पर नालंदा प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है. तेजस्वी को बैनर में जगह क्यों नहीं मिली कुछ नहीं बता रहे हैं.
मेला का निरीक्षण करने पहुंचे सीएमः आपको बता दें कि राजकीय राजगीर मलमास मेला का 18 जुलाई से 16 अगस्त तक चलेगा. आज शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमा मेले की तैयारी का निरीक्षण करने राजगीर पहुंचे. सड़क मार्ग से मुख्यमंत्री करीब 1 बजे राजगीर पहुंचे. नीतीश कुमार मलमास मेला की तैयारी का निरीक्षण करने दूसरी बार राजगीर पहुंचे हैं. इसके पहले दो जून को मलमास मेले की तैयारी का निरीक्षण करने राजगीर पहुंचे थे.
क्या है मान्यताः डीएम शशांक शुभंकर डे टु डे कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं. यहां आने वाले श्रद्धालुओं के किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए स्टेट गेस्ट हाउस मैदान में टेंट सिटी का निर्माण किया जा रहा है. इसके अलावे राजगीर स्थित सरस्वती नदी एवं वैतरणी नदी की उड़ाही कर घाटों का जीर्णोद्धार कराया गया है. एक महीने तक 33 कोटि देवी देवता राजगीर में ही प्रवास करते हैं. इसे लेकर देश के कोने-कोने से साधु संत शाही स्नान और लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा को लेकर राजगीर पहुंचते हैं.
श्रद्धालुओं के लिए गंगा जल की व्यवस्थाः साधु संतों के आवासन के लिए भी अलग से व्यवस्था की जा रही है. राजगीर आने वाले श्रद्धालुओं को पहली बार पीने के लिए शुद्ध गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए जगह जगह पर गंगाजल के नल की व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री राजगीर पहुंचकर सबसे पहले वैतरणी घाट गए. जहां उन्होंने वैतरणी नदी में की गई उड़ाही और बनाए गए घाटों का निरीक्षण किया. इसके बाद ब्रह्म कुंड परिसर पहुंचे, जहां उन्होंने सप्तधारा का निरीक्षण करने के दौरान गर्म पानी को देखा.
मीडिया से बात किये बिना पटना लौट गएः पूरे परिसर का मुख्यमंत्री ने घूम घूम कर जायजा लिया. हालांकि वे मीडिया से बिना मुखातिब हुए ही पटना लौट गए. मलमास मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टेंट सिटी की व्यवस्था, शुद्ध गंगाजल, स्वच्छ शौचालय व स्नानागार, प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावे उनकी सुरक्षा के लिए केंद्रीय नियंत्रण कक्ष, 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे से निगरानी भी की जाएगी.