नालंदा: जिले में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है. वाहन परिचालन के दौरान होने वाली दुर्घटना पर रोक लगाने के उद्देश्य से ही इसकी शुरुआत की गई. बिहारशरीफ में सड़क सुरक्षा सफ्ताह के तहत जागरुकता रथ को रवाना किया गया. नालंदा के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने हरी झंडी दिखाकर इस रथ को रवाना किया. इसके जरिए लोगों को यातायात संबंधी नियमों के बारे में जानकारी भी दी जाएगी.
'हर साल सड़क हादसे में 5 हजार से अधिक लोगों की मौत'
जिलाधिकारी ने बताया कि राज्य में हर साल सड़क हादसे में 5 हजार से अधिक लोगों की मौत होती है. इस जागरुकता रथ के माध्यम से लोगों को यातायात से संबंधित जानकारी दी जाएगी. इसके जरिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जाएगा ताकि सड़क हादसों में कमी आए और लोगों को हादसे का शिकार न होना पड़े.
जागरुकता रथ पूरे जिले में 1 सप्ताह तक करेगा भ्रमण
यह जागरुकता रथ पूरे जिले में 1 सप्ताह तक भ्रमण करेगा और लोगों को यातायात संबंधी नियमों की जानकारी देगा. जागरुकता रथ के माध्यम से यह भी जानकारी दी जाएगी कि किसी भी दुर्घटना के पीड़ित को समय पर चिकित्सकीय सहायता देकर उसके जीवन को बचाया जा सकता है. इसलिए लोगों को दुर्घटनाग्रस्त लोगों को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल ले जाना चाहिए.
सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत कार्यक्रम साइकिल, बाइक, स्कूटी चालकों के लिए भी सुझाव
सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत साइकिल, बाइक, स्कूटी चालकों के लिए भी कई प्रकार के सुझाव दिए गए. इसमें यातायात नियमों का पालन करने, वाहन मोड़ते समय यातायात पर नजर डालने और हाथ से संकेत देने, सड़क की बाईं ओर चलने, ओवरटेकिंग से बचने, सड़क पर कलाबाजी नहीं करने, हमेशा सड़क पर चौकस रहने, दो पहिया वाहन पर दो से अधिक व्यक्ति की सवारी नहीं करने की बात कही गई.
DM ने जागरुकता रथ को किया रवाना पैदल यात्रियों को भी दी गई जानकारी
वहीं पैदल यात्रियों के बारे में भी बताया गया कि सड़क पार करने के समय जेब्रा क्रॉसिंग, फुटओवर ब्रिज का उपयोग करने, शॉर्टकट या आसान विकल्प का सहारा नहीं लेने, बच्चों के साथ सड़क पार करते समय उनका हाथ थाम कर रखने, बच्चों को सड़क पार करने का आचरण सिखाने की जानकारी दी गई.