नालंदा: रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा अपने कार्यकर्ताओं के साथ जिले के फतेहपुर पहुंचे. यहां उन्होंने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में शहीद रोशन कुमार के परिजनों से मुलाकात की. साथ ही उन्हें हरसंभव मदद की बात कही. इस दौरान उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा समाज उनके परिवार के साथ है.
कुशवाहा ने की मांग
पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जिस तरह से भारतीय सेना के जवान आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो जाते हैं, तो उन्हें शहीद का दर्जा मिलता है. ठीक उसी तरह से सीआरपीएफ के जवान और अर्ध सैनिक बलों के जवानों को भी उग्रवादियों और नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद होने पर शहीद का दर्जा मिलना चाहिए.
शहीद रोशन कुमार की श्रद्धांजलि पोस्टर सरकार नक्सलियों पर कसे नकेल
रालोसपा प्रमुख ने कहा कि नक्सलियों पर नकेल कसने की सख्त आवश्यकता है. नक्सलियों और माओवादियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. वहीं, उन्होंने शहीद रोशन के परिजनों को आश्वासन दिया कि पार्टी उनकी हर संभव सहायता करने के लिए तैयार है.
उपेन्द्र कुशवाहा, रालोसपा प्रमुख कैसे हुए शहीद?
बता दें कि छत्तीसगढ़ के बारसूर इलाके में करीब 6 बजे में कॉन्स्टेबल रोशन कुमार नक्सलियों के प्लांट आईडी की चपेट में आकर शहीद हो गए. सर्च ऑपरेशन से वापस पूसपाल बोदली कैम्प लौट रही टीम में से रोशन कुमार का पैर प्रेशर बम की चपेट में आ गया था.