नालंदा: वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान गरीबों को अनाज मिल सके, इसके लिए सरकार के निर्देश पर बड़े पैमाने पर राशन कार्ड बनवाया गया. बिहार शरीफ नगर निगम की ओर से क्षेत्र में भी राशन कार्ड बनवाने का काम किया गया. लेकिन बताया जाता है कि विभागीय अधिकारियों के साथ मिलकर वैसे लोगों का भी राशन कार्ड बन गया जो कि अमीर और संपन्न लोग हैं.
ऐसा ही एक मामला बिहारशरीफ अनुमंडल अनुश्रवण समिति की बैठक में उजागर हुआ. जिसमें बिहारशरीफ नगर निगम के एक वार्ड पार्षद का राशन कार्ड बना पाया. अनुमंडल समिति के सदस्य इस मामले को उठाते हुए संबंधित लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की.
राशन कार्ड अनियमितता मुद्दे पर बैठक केस दर्ज कराने की उठी मांग
इसको लेकर अनुमंडल अनुश्रवण समिति की बैठक में जमकर हंगामा किया गया. अनुश्रवण समिति के सदस्य धनंजय कुमार की ओर से मामले को उजागर करते हुए आरोप लगाया कि बिहारशरीफ नगर निगम के वार्ड पार्षद वार्ड संख्या 42 के वार्ड पार्षद का राशन कार्ड बनाया गया. जो कि पूरी तरह गलत है. इस मामले की जांच कराते हुए संबंधित लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग को लेकर हंगामा हुआ.
नालंदा से ईटीवी भारत की रिपोर्ट जांच के बाद और भी आ सकते हैं नाम
बता दें कि इस मामले में हंगामा होने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी ने जांच कराने की बात कही. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी. वार्ड पार्षद का राशन कार्ड बनने के मामले के उजागर होने के बाद मामला गरमा गया है. बताया जाता है कि अगर मामले की सही से जांच की जाए तो और भी कई लोगों के नाम सामने आ सकते हैं.