नालंदा:मंगलवार को कांग्रेस विधानमंडल दल के चार सदस्यों ने नालंदा का दौरा किया. टीम ने अलग-अलग लोगों से बातचीत की और घटना की जानकारी ली. साथ ही डीएम और एसपी से भी मुलाकात की. शाम को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्माने कहा कि लोगों से बातचीत के दौरान पता चला है कि इस दंगे के लिए बच्चों और युवाओं का इस्तेमाल किया गया है.
Nalanda Violence: 'सत्ता से हटने के बाद BJP बौखला गई है.. दंगा में स्थानीय MLA और बजरंग दल की भूमिका संदिग्ध'- कांग्रेस
नालंदा हिंसा के बाद एक तरफ जहां विपक्ष सरकार पर हमलावर है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दंगा रोकने में नाकाम बता रहा है, वहीं सत्ता पक्ष ने दंगे के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने बिहारशरीफ में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इसके पीछे स्थानीय विधायक और बजरंग दल की संलिप्तता सामने आई है, लिहाजा मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है.
सत्ता से हटने के कारण बौखला गई है बीजेपी: अजीत शर्मा ने कहा कि लोकसभा का चुनाव नजदीक आ रहा है. बीजेपी की आदत रही है दंगे करवारकर चुनाव जीतने की. उन्होंने कहा कि 17 साल से बीजेपी सत्ता में थी, तब तो कभी पर्व-त्योहारों में दंगे नहीं हुए लेकिन सत्ता से हटने के बाद बौखलाहट में माहौल बिगाड़ने में जुट गई है. कांग्रेस नेता ने कहा कि पता चला है कि दंगे के पीछे स्थानीय बीजेपी विधायक और बजरंग दल की भूमिका है. ऐसे में मुख्यमंत्री से मिलकर हमलोग उच्चस्तरीय जांच की मांग करेंगे.
"हमलोगों ने यह पाया है कि जानबूझकर बच्चों को मिसयूज किया गया है. पहले तो कभी ऐसा नहीं हुआ है लेकिन जब बीजेपी सत्ता से अलग हुई, तब बौखलाहट में यही सब करवा रही है. ये जो हिंदू-मुसलमान को लड़ाने की कोशिश की गई है, उसी को देखने आए थे हमलोग. यहां से जाकर मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौपेंगे. स्थानीय बीजेपी विधायक अब तक सामने नहीं आए हैं, जिस वजह से कई सवाल उठ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी ने बजरंग दल को आगे कर माहौल खराब करने की कोशिश की है"- अजीत शर्मा, विधायक, कांग्रेस
'बीजेपी विधायक और बजरंग दल का हाथ':वहीं, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव सह विधायक शकील अहमद ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि बिहार शरीफ में जो भी घटना हुई है, उसकी हम निंदा करते हैं लेकिन उसके पीछे भाजपा के विधायक और बजरंग दल का कहीं ना कहीं कनेक्शन है. उन्होंने कहा कि जब से घटना घटी है, तब से बिहार शरीफ के बीजेपी विधायक एक बार भी मीडिया के सामने नहीं आए हैं, जबकि जनप्रतिनिधि का काम होता है इलाके में शांति स्थापित करने के लिए प्रयास करना.