नालंदा में रविशंकर प्रसाद ने सीएम का पुतला फूंका नालंदा:पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Former Union Minister Ravi Shankar Prasad) सह पटना सांसद नालंदा दौरे पर पहुंचे थे. जहां वे राजगीर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए. इसके बाद वे मुख्यालय बिहार शरीफ के लिए रवाना हो गए. यहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी उपस्थिति में जुलूस निकालकर श्रम कल्याण केन्द्र के मैदान में सीएम नीतीश (Burnt Effigy Of Bihar CM in Nalanda) और पाकिस्तान के विदेश मंत्री का पुतला दहन किया. इस दौरान भाजपा विधायक डॉ. सुनील कुमार भी मौजूद थे.
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"ये कैसी भाषा बोल रहे नीतीश कुमार":सांसद रविशंकर प्रसाद ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सैकड़ों लोगों की मौत हो गई. लेकिन उनका कोई भी नेता पीड़ित परिवार के आंसू तक पोछने नहीं गया. उन्होंने आगे कहा कि हद तो तब हो गई जब नीतीश कुमार ने कहा कि "पियोगे तो मरोगे ही" ये कैसी भाषा बोल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इनकी नैतिकता ख़त्म हो गई है. इतना संवेदनहीन भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. सरकार शराबबंदी को सफ़ल बनाने में बिल्कुल असफल साबित हुई है.
"नैतिकता होती तो मुख्यमंत्री इस्तीफा दे देते":उन्होंने कहा कि वे 17 साल से मुख्यमंत्री हैं. लेकिन इतना संवेदनहीन बयान दिया कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि उन्हें क्या हो गया है. यहां शराब बिना पुलिस के मिली भगत से नहीं मिलती या बनती है. यह अहंकारी भाषा है. नीतीश कुमार की इंसानियत मर चुकी है. मरने वालों में गरीब दलित पिछड़ा और अति पिछड़े वर्ग के लोग हैं. उनमें नैतिकता होती तो इस्तीफा दे देते. आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी काफी मजबूती से लड़ेगी.
राहुल गांधी पर भी बीजेपी सांसद ने साधा निशान:इसके साथ ही राहुल गांधी भी हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने गैर जिम्मेदाराना ब्यान दिया है. सेना से सबूत मांगना बिल्कुल ही कायराना हरकत है. सेना के जवानों का मनोबल कम कर रहे हैं. जबकि सेना के उच्च अधिकारी ने कहा कि चाइना की स्थिति बिल्कुल नियंत्रण में है और हमारी सेना ने चाइना की सेना को माकुल जवाब दिया है. ये वही राहुल गांधी हैं जिन्होंने उरी और बालाकोट अटैक पर सेना के जवानों से सबूत मांगा था.
"पाकिस्तानी विदेश मंत्री अपनी औकात को समझे":उन्होंने पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना पर तीखा प्रहार करते हुए चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि वह अपनी औकात को समझें. 1971 में पाकिस्तान के टुकड़े हो गए थे. बांग्लादेश बन गया था और 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसर्पण किया था. भारत के बहादुर प्रधानमंत्री के खिलाफ जो आपने अशोभनीय टिप्पणी की है. पाकिस्तान आतंकवादियों का पोषण करता और बढ़ाता है.