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बिहार शरीफ: तीसरी आंख से होगी स्मार्ट सिटी की निगरीनी, लगेंगे 500 CCTV - कमांड ऑफिस

इन 500 सीसीटीवी कैमरे की मदद से आपराधिक वारदात, यातायात, पेयजल की सुविधा, कचरा प्रबंधन, नाली सफाई सहित सभी प्रकार की गतिविधि पर नजर रखी जाएगी. जिला मुख्यालय स्थित बिहार थाना परिसर में एक कमांड ऑफिस बनाया जाएगा. जहां से शहर के चप्पे-चप्पे की निगरानी की जाएगी.

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बिहार शरीफ स्मार्ट सिटी

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Published : Dec 17, 2019, 12:08 PM IST

नालंदाःसीएम नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र बिहार शरीफ को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला है. इसके बाद से नगर निगम में स्मार्ट सिटी के तहत अलग-अलग क्षेत्रों में काम चल रहा है. वहीं, सुरक्षा और यातायात पर तीसरी आंख से नजर रखने की तैयारी चल रही है. पूरे शहर में में 500 कैमरे लगाए जाएंगे.

बिहारशरीफ के हर इलाके पर नजर रखने के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम तैयार किया जा रहा है. शीघ्र ही पूरे शहर में 500 कैमरे के जरिए चप्पे-चप्पे पर नजर रखा जायेगा. इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम के निर्माण को लेकर नालंदा कॉलेज में विभिन्न कंपनियों ने डेमोंसट्रेशन दिया. इसमें चार कंपनियों ने अपने सिस्टम के बारे में प्रजेंटेशन दिया.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट की रिपोर्ट

कमांड ऑफिस से होगा निगरानी
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम के लिए माध्यम से शहर की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. इसके लिए एक भवन का निर्माण किया जायेगा. जहां से पूरे शहर पर कड़ी नजर रखी जायेगी. इन 500 कैमरों की मदद से अपराध, यातायात, पेयजल की सुविधा, कचरा प्रबंधन, नाली सफाई सहित सभी प्रकार की गतिविधि पर नजर रखी जायेगी. इसके लिए बिहार थाना परिसर में एक कमांड ऑफिस बनाया जाएगा.

नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल

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103 करोड़ रुपये होंगे खर्च
नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल के मुताबिक इस कमांड सिस्टम के जरिए वाहनों के गाड़ियों की स्पीड, उनके नंबर प्लेट, वाहन चालक का चेहरा स्पष्ट दिखाई पड़ेगा. वहीं, पानी लीकेज होने पर सेंसर के माध्यम से पता चलेगा. जबकि नाला सफाई और कचरा प्रबंधन के बारे में भी कमांड ऑफिस से पूरी जानकारी हासिल किया जा सकेगा. डेमोंस्ट्रेशन के दौरान सभी कंपनी को अंक दिए गए हैं. ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले कंपनी को इसका कार्य सौंपा जायेगा. इसमें 103 करोड़ रुपये खर्च किए जायेंगे. आपराधिक वारदातों पर भी अंकुश लगाने में पुलिस प्रशासन को मदद मिलेगी. तकनीकी स्वीकृति मिलने के बाद कंपनी को अगले 9 माह में काम को पूरे करने होंगे.

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