नालंदा: बिहार शरीफ सदर अस्पताल एक बार फिर अपनी हरकतों के कारण सुर्खियों में है. 24 घंटे के अंदर नालंदा जिले में आधा दर्जन आपराधिक घटनाएं घट चुकी हैं. गुरुवार की रात 10 बजे से लेकर शुक्रवार सुबह 5 बजे तक बिहार शरीफ सदर अस्पताल में 4 शव पोस्टमार्टम के लिए कतार में लग गई.
पोस्टमार्टम के लिए डीएम और एसपी की चाहिए परमिशन
अस्पताल के नियमानुसार अगर कोई भी घटना रात में घटती है तो उसे पोस्टमार्टम के लिए डीएम और एसपी की परमिशन की जरूरत होती है, लेकिन डीएम और एसपी का परमिशन नहीं मिलने के कारण सभी शवों का पोस्टमार्टम नहीं हो सका. इसके कारण बिहार शरीफ सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए शवों की कतार लग गई.
बिहार शरीफ सदर अस्पताल में शवों की लगी कतार. मीडिया को देख हरकत में आए डॉक्टर
रात भर इंतजार करने के बाद परिजन और साथ में आए पुलिसकर्मी भी काफी परेशान दिखे. परेशान पुलिसकर्मी और परिजनों ने बताया कि हम सभी देर रात से पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल में हैं, लेकिन डॉक्टर नहीं होने का हवाला देते हुए हम लोगों को इधर से उधर रात से लेकर के अभी तक घुमाया जा रहा है. हालांकि जैसे ही मीडिया इस समस्या के ऊपर खबर बनाना शुरू किया तो डॉक्टर भी हरकत में आते हुए आनन-फानन में चार शवों की कागजात तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए.
करायपरशुराय थाने की है दो घटनाएं
घटनाओं में करायपरशुराय में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या और दीपनगर में नाले पर सरकारी टंकी लगाने को लेकर महिला की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. सबसे बड़ी बात यह है कि यह दोनों घटना देर रात की है और घटना घटने के बाद सभी को पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ का अस्पताल भेज दिया गया.