नालंदा: प्रकृति की रक्षा के लिए उसके सभी अवयव (तत्व) का होना जरूरी है. जिसमें एक अवयव जल-जीवन-हरियाली है. जल और हरियाली के बीच ही जीवन संभव है. लोगों में इस अभियान का संदेश देने के लिए मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की और पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों को जागरुक किया गया. बिहारशरीफ के अस्पताल मोड़ पर जिले के सभी बड़े अधिकारी शामिल हुए.
नालंदा: आने वाली पीढ़ी के लिए जरूरी है पर्यावरण की रक्षा, मानव श्रृंखला बनाकर दिया गया संदेश
डीएम योगेंद्र सिंह ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली को बरकरार रखें. ताकि आने वाली पीढ़ियां इसका उपयोग कर खुशहाल रहे. इसके लिए मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया था. उन्होंने लोगों से अपील की कि पर्यावरण की रक्षा के लिए काम करें और अधिक से अधिक पेड़ लगाएं.
'अधिक से अधिक पेड़ लगाएं'
डीएम योगेंद्र सिंह ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली को बरकरार रखें. ताकि आने वाली पीढ़ियां इसका उपयोग कर खुशहाल रहे. इसके लिए मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया था. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए काम करें और अधिक से अधिक पेड़ लगाएं.
मानव श्रृंखला का किया निर्माण
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक नीलेश कुमार ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, दहेज प्रथा उन्मूलन, बाल विवाह के विरुद्ध, शराब बंदी को लेकर मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया. लोग आने वाली पीढ़ी के लिए धरती को बचाने के लिए साथ में आएं. वहीं, नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल ने कहा कि उन्हें गर्व है कि प्रकृति की रक्षा के लिए बिहार ने कदम बढ़ाया है और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में देश के अन्य राज्य भी इससे सीख लेंगे और पर्यावरण की रक्षा के लिए आगे आएंगे.