नालंदा:बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था (Health System In Bihar) का हाल बताने वाली एक और दर्दनाक तस्वीर नालंदा के बिहारशरीफ से सामने आई है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले में ही स्वास्थ्य महकमा संवेदनहीन बना हुआ है. दरअसल बिहारशरीफ सदर अस्पताल (Biharsharif Sadar Hospital) में एक मृत बच्चे का शव एम्बुलेंस की बजाय अपने कंधों पर ढोते मजबूर पिता (Father Carried Son Body On His Shoulder In Nalanda) दिखा. रोते बिलखते माता- पिता घंटों एंबुलेंस के लिए इधर-उधर भटकते रहे.
पढ़ें- नालंदा: एंबुलेंसकर्मियों की हड़ताल, ठेले पर शव ले जाने को मजबूर हुए परिजन
वाह रे सरकारी व्यवस्था और बेहतरीन स्वास्थ्य व्यवस्था होने का दावा करने वाले सरकारी नुमाइंदे, इन तस्वीरों ने सभी की पोल खोलकर रख दी है. सरकार की चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था के दावों की कलई खोलने के लिए ये तस्वीरें काफी हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले के बेहतर अस्पतालों में शुमार बिहारशरीफ सदर अस्पताल में लोगों को सुविधाएं कितनी मिलती है, इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं.
पढ़ें- अस्पताल में घंटों इंतजार के बाद भी नहीं मिला एंबुलेंस, शव को बाइक पर लादकर ले गए परिजन
बताया जाता है कि, छत से गिरे एक 4 साल के बच्चे को ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली. करीब आधे घंटे तक परिजन कंधे पर शव को लेकर इधर-उधर घूमते रहे, मगर उन्हें एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई. परिजन 102 नंबर पर डायल करते रह गए मगर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया.