नालंदा: बिहार शरीफ नगर निगम को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला है. इसके बाद शहर में कई विकास के कार्य चल रहे हैं. वहीं, सरकारी भवनों का कायाकल्प भी हो रहा है. स्मार्ट सिटी के तहत विद्यालय, पुस्तकालय को भी विकसित किया जाना है. वहीं, बिहार शरीफ केंद्रीय पुस्तकालय को भी आधुनिक रुप देने की कवायद शुरू हो गई है.
जिला मुख्यालय बिहारशरीफ स्थित केंद्रीय पुस्तकालय अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रहेगा. वहीं, पुराने भवन की जगह पांच मंजिला भवन का निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए फिलहाल पांच डिजाइन तैयार किए गए हैं. ये डिजाइन अमेरिका और हांगकांग के पुस्तकालय के तर्ज पर बनाये गए हैं. जिसे पुस्तकालय समिति के सदस्यों की सहमति के बाद इस का डिजाइन फाइनल कर प्राक्कलन तैयार किया जाएगा.
1920 में पुस्तकालय का हुआ निर्माण
बता दें कि केंद्रीय पुस्तकालय बिहारशरीफ के धनेश्वर घाट मोहल्ले में स्थित है. जिसकी स्थापना 1920 में गई थी, तब से यह पुस्तकालय कार्यरत है. पुस्तकालय 31 डिसमिल जमीन पर बना है. इस पुस्तकालय के निर्माण का एक मात्र उदेश्य शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ छात्र-छात्राओं को सुविधा प्रदान करना था. जो कि छात्र-छात्राओं के लिए काफी फायदेमंद भी साबित हुआ है.