नालंदा: जिले में भाई दूज को लेकर सुबह से ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्र इलाके में चहल पहल देखी गयी. रक्षाबंधन के तर्ज पर ही भाई दूज का पर्व भी भाई-बहन के रिश्तों की डोर को एक धागे में पिरोने वाला पर्व है. यह एक विशेष त्योहार है. जिसे भारत में भाई और बहन के बीच बंधन मनाने के लिए मनाया जाता है.
उपहारों का आदान-प्रदान
कार्तिक महीने में शुक्ल पक्ष के दूसरे चंद्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. भाई दूज रक्षा बंधन के समान है. जब एक भाई और बहन एक दूसरे के लिए प्रार्थना करते हैं, लंबे जीवन और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं. भाई दूज एक ऐसा त्योहार है जो एक भाई और बहन के बीच के बंधन का जश्न मनाता है.
पांच दिवसीय दिवाली उत्सव
इस त्योहार को भाबीज, भाई फोंटा, भाई टीका के नाम से भी जाना जाता है. यह दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है. इस दिन, भाई-बहन पल को मनाते हैं और एक साथ उपवास का आनंद लेते हैं. इस भाई दूज त्योहार के साथ, पांच दिवसीय दिवाली उत्सव समाप्त हो जाता है.