नालंदा: जिले में गुरुवार को अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से रोषपूर्ण प्रदर्शन किया गया. इस दौरान किसान अपनी मांगों को लेकर समाहरणालय का घेराव किया.
नालंदा: किसानों ने अपनी मांगों को लेकर किया प्रदर्शन, किया समाहरणालय का घेराव - नालंदा में एआईकेएससीसी का प्रदर्शन
किसानों की समस्या प्रदेश में खत्म नहीं हो रही है. सीएम के गृह जिले में भी किसान परेशान हैं. उनकी समस्याओं को सुननेवाला कोई नहीं है.
नालंदा में एआईकेएससीसी का प्रदर्शन
अधिकारियों को सौंपा गया ज्ञापन
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के सचिव सत्येंद्र कृष्णन ने कहा कि समाहरणालय में अपनी मांगों को लेकर अधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपा गया है. जिसमें इन सारी चीजों को लेकर मांग की गई हैं:-
- भूमिहीन किसानों को 1 एकड़ जमीन दी जाए
- रबी फसल की बुआई के लिए जल निकासी की व्यवस्था की जाए
- सुखाड़ से हुए नुकसान के लिए 45000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए
- जमीन की जमाबंदी को लेकर कंप्यूटर में फीड डाटा में जो धांधली होती है, उसको रोका जाए
- 60 साल से ऊपर के किसानों को प्रति माह 10000 रुपये पेंशन देने की व्यवस्था की जाए
- फसल सहायता के नाम पर होने वाली लूट पर सरकार की ओर से कार्रवाई की जाए
- किसानों के एक-एक इंच के जमीन की सिंचाई की पूरी व्यवस्था की जाए
- सर्वे में दर्ज नदी, नाले, तालाब और कुएं को सरकारी और गैर-सरकारी अतिक्रमण से मुक्त कराकर उसपर खुदाई करने की व्यवस्था की जाए
- किसानों के सारे कर्ज को माफ हो और उनको रोजगार दिया जाए
'अधिकारी नहीं देते तरजीह'
किसानों के मुताबिक उनकी मांगों को लेकर अधिकारी कोई तरजीह नहीं देते हैं. ऐसे में वे लोग लोग गांव-गांव जाकर किसानों को जागरुक करेंगे. साथ ही उन्हें नागरिक अधिकारों के बारे में जानकारी देंगे.