नालंदा: शुक्रवार को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस बिहार शरीफ के प्रखंड स्तरीय हैंडलूम कलस्टर बसावन बीघा में मनाया गया. भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय नई दिल्ली के तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में हैंडलूम के कपड़ा और इसकी बिक्री बढ़ाने पर चर्चा की गई. बसावन बीघा बुनकर सहयोग समिति के माध्यम से हथकरघा के विकास, हथकरघा उद्योग को बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
नालंदा: मनाया गया 6ठां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस, हैंडलूम को बढ़ावा देने पर हुई चर्चा - बावन बूटी साड़ी
नालंदा में छठे राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का आयोजन किया गया. 120 बुनकर को प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
इस अवसर पर बुनकर सहयोग समिति के सदस्य कपिल देव प्रसाद ने बुनकरों को कलस्टर के संबंध में विस्तार से बताया. क्लस्टर के माध्यम से 120 बुनकर को बुनाई डिजाइन और रंगाई कला में बुनकर सेवा केंद्र भागलपुर के द्वारा प्रशिक्षित किया जा चुका है. इसके अलावा 22 बुनकर को हथकरघा कर्मशाला निर्माण के लिए प्रति बुनकर 70 हजार रुपये देकर कराया गया.
कोरोना के कारण काम बाधित
बता दें कि 60 बुनकरों को पर बुनाई प्रशिक्षण दिलाने के लिए कार्यक्रम मार्च 2020 से शुरू किया गया था. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण उसे स्थगित किया गया है. बसावन बीघा में बावन बूटी साड़ी, पर्दा, बेडशीट और सरकारी अस्पताल के लिए चादर बनाया जाता है.