नालंदा: बिहार के नालंदा जिले में चयनित शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर BPSC द्वारा बड़ा एक्शन लिया गया है. बताया जा रहा कि जिले के 37 शिक्षकों की नियुक्ति रद्द कर दी गई है. BPSC के इस फैसले के बाद से शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गया है.
शैक्षणिक प्रमाण पत्र जमा कराया: मिली जानकारी के अनुसार, बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा सभी शिक्षकों को विद्यालय पदस्थापन पत्र दे दिया गया है. ऐसे में संबंधित विद्यालय के अध्यापकों द्वारा काउंसलिंग के समय और शिक्षकों को स्कूल में योगदान के समय शैक्षणिक प्रमाण पत्र जमा कराया गया था. जहां नालंदा जिले के 37 शिक्षकों के योग्यता नियुक्ति पत्र को योग्य नहीं पाया गया. जिसके बाद उनकी नियुक्ति रद्द कर दी गई है.
निदेशक को सूचना भी भेज दिया गया: इतना ही नहीं, उन सभी शिक्षकों के काउंसेलिंग के उपरांत निर्गत विद्यालय पदस्थापन पत्र को भी निरस्त कर दिया है. इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी जियाउल होदा खान ने पत्र जारी कर माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षा के निदेशक को सूचना भी भेज दिया है. डीईओ द्वारा जारी पत्र के अनुसार हरेंद्र कुमार का स्नातक में विषय समूह नहीं था. जबकि, परमानंद कुमार, संजीव कुमार और सोनाली कुमारी का एसटीईटी प्रमाण पत्र और चंदन पांडे और इरम अनिश का टीईटी प्रमाण पत्र अनुर्तीण रहने के कारण उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है.
पदस्थापन पत्र को भी किया निरस्त: इन सभी शिक्षकों के काउंसेलिंग के उपरांत निर्गत विद्यालय पदस्थापन पत्र को भी निरस्त कर दिया है. जिनमें जिले के हरनौत के गोनावां-पुआरी उच्च विद्यालय की पुष्पा कुमारी, गिरियक पोखरपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय के संतोष कुमार, हिलसा एसके उच्च विद्यालय नवडीहा की आरती कुमारी, सब्बैत उर्दू मध्य विद्यालय की सरस्वती कुमारी, उच्च माध्यमिक विद्यालय मेयार की सुब्बी कुमारी, सिलाव के ममुराबाद मध्य विद्यालय के कुंदन कुमार का स्नातक में विषय समूह नहीं रहने के कारण उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है.
सहायक विषय के रूप में पठित नहीं होने पर रद्द: जबकि, डीएन उच्च विद्यालय एकंगरसराय की रेणु कुमारी का स्नातक स्तर पर हिन्दी और हरनौत के सादिक पुर उच्च माध्यमिक विद्यालय के अशोक कुमार का अंग्रेजी विषय में प्रतिष्ठा सहायक विषय के रूप में पठित नहीं रहने के कारण उम्मीदवारी रद्द की गई है.