मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. परिजनों ने सड़क हादसे में मृत युवक को जीवित समझकर पोस्टमार्टम हाउस का ताला तोड़कर शव निकाल लिया. मामला एसकेएमसीएच का बताया जा रहा है. परिजनों का हंगामा देख डॉक्टर को ईसीजी करना ही पड़ा. हालांकि युवक की मौत हो चुकी थी. इसके बाद दोबारा शव को पोस्टमार्टम हाउस में भेजा गया.
मुजफ्फरपुर हादसे में युवक की मौत: युवक की पहचान गायघाट के दहिला पटशर्मा पंचायत अंतर्गत लोचा गांव निवासी शिव शंकर सिंह का पुत्र जयप्रकाश सिंह (20) के रूप में हुई है. गुरुवार को मुजफ्फरपुर-दरभंगा ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर मझौली चौक के समीप बाइक सवार युवक को ट्रक ने टक्कर मार दी. पुलिस के मुताबिक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. हादसे के बाद ट्रक लेकर चालक फरार हो गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया.
गार्ड की जमकर पिटाईः घटना की सूचना मिलने पर परिजनों ने एसकेएमसीएच पहुंचकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप था कि जिंदा होते हुए उसे पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया गया. जबकि डॉक्टर ने पर्चा पर 'बाउट डेड यानी मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया' लिखा है. परिजनों ने पुलिस से मृतक के शव का ईसीजी कराने के लिए कहा. ईसीजी नहीं कराने पर परिजन पोस्टमार्टम हाउस का ताला तोड़ने लगे. विरोध करने पर परिजनों ने गार्ड की जमकर पिटाई कर दी.