मुजफ्फरपुर: ऑटो टिपर घोटाला में आरोपी मेयर सुरेश कुमार के समर्थन में कई वार्ड पार्षद उतर आए हैं. मामले के बारे में प्रेस वार्ता कर पार्षदों ने बताया कि मेयर को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाया जा रहा है.
नगर निगम में तकरीबन आधा दर्जन पार्षदों ने मेयर सुरेश कुमार का बचाव करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दर्ज करवायी. पार्षदों ने एक स्वर से कहा कि मेयर को घोटाले में राजनीतिक तरीके से फंसाया जा रहा है. वार्ड 46 के पार्षद संतोष महाजन और स्थाई समिति के सदस्य अर्चना पंडित ने बताया कि यह विरोधियों की साजिश है.
मुजफ्फरपुर से धीरज की रिपोर्ट दाखिल होगी चार्जशीट
गौरतलब है कि ऑटो टिपर घोटाले में आरोपी मेयर सुरेश कुमार के खिलाफ निगरानी के विशेष कोर्ट में जल्द जल्द चार्जशीट दाखिल की जाएगी. इसके लिए नगर विकाश व आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने अनुमोदन कर दिया है. इसके बाद नगर विकास व आवास विभाग के विशेष सचिव संजय कुमार ने भी निगरानी को मेयर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की अनुमति दे दी है.
प्रेस वार्ता करते वार्ड पार्षद ऑटो टिपर घोटाला
- नवंबर 2017 में शहर की साफ-सफाई के लिए नगर निगम की ओर से 50 ऑटो टीपर खरीद का टेंडर निकाला गया था.
- टेंडर में शामिल एक आपूर्तिकर्ता तिरहुत ऑटो मोबाइल के प्रोपराइटर संजय गोयनका ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवायी.
- इस शिकायत में कम कीमत के बदले अधिक कीमत वाले आपूर्तिकर्ता को टेंडर स्वीकृति दिए जाने की बात कही गई.
- ब्यूरो की जांच में 3.80 करोड़ से अधिक की राशि का इस्तेमाल किये जाने की बात सामने आई.
- निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने अक्टूबर 2018 में महापौर सहित दस आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज किया है.