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Muzaffarpur Flood: बाढ़ ने उड़ाई ग्रामीणों की नींद, पूरी रात जगकर कर रहे बांध की पहरेदारी

मुजफ्फरपुर जिले में बाढ़ (Flood in Muzaffarpur) का विकराल रूप देखने को मिल रहा है. बाढ़ के कारण कई बांध टूट चुके हैं. वहीं कई बांध टूटने के कगार पर है. जिससे स्थानीय लोग इन दिनों दहशत में जीने को मजबूर हैं.

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Published : Jul 13, 2021, 10:53 AM IST

मुजफ्फरपुर: नेपाल की तराई और बिहार में लगातार हो रही भारी बारिश (Heavy Rain In Bihar) के कारण कई जिलों में नदियां उफान पर हैं. बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले में इन दिनों लखनदेई नदी औरबूढ़ी गंडक नदी समेत कई नदियां उफान पर हैं. जिसके कारण कई इलाकों में रिसाव जैसी समस्या होने लगी है. साथ ही रिंग बांध पर भी खतरा मंडराने लगा है.

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जिले में बूढ़ी गंडक नदी (Burhi Gandak River In Muzaffarpur) खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण एसकेएसमसीएच (SKSMCH) से ठीक पहले विजयी छपरा में बूढ़ी गंडक का दबाव बढ़ने के बाद रिंग बांध पर खतरा मंडराने लगा है. जिससे वहां के लोग दहशत में आ गए हैं. पानी रिंग बांध से सट चुका है और कभी भी टूट सकता है. पिछले साल भी कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिली थी. हालांकि बांध पर बड़े पैमाने पर तैयारी भी की गई थी.

देखें रिपोर्ट.

''युवा वाहिनी की टीम बनाए हैं. शिफ्ट के अनुसार हमलोग निगरानी करते हैं. कुछ साथी अभी सो रहे होंगे क्योंकि वह रातभर जगे हैं. खौफ के साए में रहते हैं कहीं बारिश ना हो जाए. अगर बांध टूटा तो काफी नुकसान होगा. अपनी जान तो बचा लेंगे पर पशुओं को बचाना मुश्किल होगा.''- संतोष कुमार, स्थानीय

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रिंग बांध की नाजुक हालत को देखते हुए ग्रामीण लगातार बांध की स्वयं निगरानी कर रहे हैं. ग्रामीणों की मानें तो जिला प्रशासन को मुस्तैदी से काम करना चाहिए. फिलहाल ग्रामीण बांध की दयनीय हालात से भयभीत हैं. स्थानीय अपना सामान बांध कर ऊंचे स्थान पर शरण ले रहे हैं. जिससे स्थिति विकट होने पर किसी प्रकार की जनहानि न हो सके. ग्रामीणों ने बताया कि वे लोग बारी-बारी से पूरी रात जग कर बांध कि निगरानी करते हैं.

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