मुजफ्फरपुर: कोरोना वायरस की चुनौती के बीच मजुफ्फपुर में चमकी बुखार यानी AES के मोर्चे पर भी बेहतर तरीके से निपटने को लेकर तैयारी शुरू हो गई है. चमकी बुखार से मासूम बच्चों की जिंदगी को बचाने को लेकर इस बार भी जिम्मेदारी एसकेएमसीएच अस्पताल को मिली है. जहां कोविड मानकों के अनुपालन के बीच चमकी से प्रभावित बच्चों के इलाज और उनकी दवाईओ के भंडारण का काम शुरू हो गया है. इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने एसकेएमसीएच के उपाधीक्षक और एईएस के प्रभारी डॉ गोपाल शंकर साहनी से खास बातचीत की.
डॉ.गोपाल शंकर, उपाधीक्षक,एसकेएमसीएच चमकी से पीड़ित बच्चों को मिलेगी मल्टीविटामिन सप्लीमेंट
ईटीवी भारत से खास बातचीत में डॉ.गोपाल शंकर ने बताया कि 'चमकी के खिलाफ कारगर लड़ाई को लेकर इस बार एक बेहद महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है. जिसके तहत एईएस प्रभावित इलाकों में छोटे बच्चों को माल न्यूट्रिशन के साथ-साथ मल्टीविटामिन युक्त कुछ फूड सप्लीमेंट के साथ कुछ दवाइयां देने का भी फैसला लिया गया है. जिससे बच्चों में चमकी बुखार से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो सके. इसको लेकर सरकार के स्तर पर काम हो रहा है.'
एसकेएमसीएच उपाधीक्षक डॉ.गोपाल शंकर खास बाातचीत पढ़ें:मौसम के करवट बदलते से 'चमकी' की पकड़ हुई कमजोर, डॉक्टर और परिजनों ने ली राहत की सांस
समय से मिल सकेगी चमकी बुखार बच्चों सुविधा
वहीं, एसकेएमसीएच उपाधीक्षक ने बताया कि 'अस्पताल में तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही है. चमकी बुखार यानि AES को लेकर सरकार ने मुजफ्फरपुर के SKMCH में 100 बेड वाले PICU को पूरी तरह खाली कराकर चमकी के लिए तैयार कर लिया है. जिससे इस बीमारी से प्रभावित बच्चों को समय पर सही चिकित्सा उपलब्ध हो सके.'