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मुजफ्फरपुर का सकरा बनेगा सूबे का पहला प्लास्टिक मुक्त प्रखंड, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को रच रहा कीर्तिमान

मुजफ्फरपुर का सकरा, बिहार का पहला प्लास्टिक मुक्त ब्लाक बन गया है. यह प्रखंड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में कीर्तिमान रच रहा है. प्लास्टिक के उपयोग पर रोक और प्लास्टिक कचरा प्रसंस्करण से यहां रोजगार की संभावना बढ़ा रही है. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Aug 27, 2022, 3:11 PM IST

साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट
साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट

मुजफ्फरपुरःदुनिया भर में प्लास्टिक कचरे से होने वाले पर्यावरण के नुकसान से बचाव को लेकर अबपर्यावरण संरक्षण की दिशा में बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का सकरा प्रखंड भी एक कदम आगे बढ़ते हुए काम कर रहा है. अब इसी क्रम में आम आदमी को जागरूक करने की दिशा में मुजफ्फरपुर का पहला प्लास्टिक प्रसंस्करण केंद्र (Muzaffarpur first plastic processing center) के साथ सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (solid waste management ) को जमीनी रूप दिया जाने लगा है. यह केंद्र न सिर्फ आम आदमी को इस खतरनाक प्लास्टिक से बचने का संदेश दे रहा है, बल्कि यहां शुरू हुआ अभियान जिले के हर पंचायत में चलेगा. ऐसी उम्मीद है कि सकरा प्रखंड जल्द ही प्लास्टिक मुक्त बन जाएगा.

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सकरा में रिसाइकिल हो रहा प्लास्टिकः मुजफ्फरपुर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत प्लास्टिक प्रसंस्करण शुरू कर दिया गया है. मुजफ्फरपुर का पहला प्लास्टिक प्रसंस्करण केंद्र जिले के सकरा प्रखंड के सकरा वाजिद पंचायत कार्यालय के पास बना है. इसका हाल में ही उद्घाटन किया गया था. यह केंद्र अब एक बेहतर अनुभव और परिणाम देने लगा है. पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले प्लास्टिक यानी के वेस्ट प्लास्टिक यूज का रिसाइकिल किया जा रहा है. सकरा जल्द ही सूबे का पहला प्लास्टिक मुक्त प्रखंड बन जाएगा. यहां सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को अब अमली जामा पहनाए जाने की कवायद तेज हो गई है. ग्रामीण क्षेत्रों में अब पर्यावरण संरक्षण की दिशा को लेकर अनूठी पहल हो रही है. प्रखंड का सकरा वाजिद पंचायत नए कीर्तिमान रच रहा है. सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी का यहां बेहतर तरीके से अनुपालन हो रहा है.

ग्रामीण महिलाओं को मिल रहा रोजगारः सकरा के बीडीओ आनंद मोहन ने बताया कि जिले के इस प्रखंड में बनाया गया प्लास्टिक प्रसंस्करण केंद्र अपने आप में एक मिसाल है. यह ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाओं को भी बढ़ाने वाला है. साथ ही वेस्ट प्लास्टिक का कैसे दूसरे साधन में इस्तेमाल किया जाए, इसको लेकर भी ये अभियान सामाजिक सरोकार के रूप में नजर आने लगा है. सरकार के सिंगल यूज प्लास्टिक के रोक और रोजगार को प्रदान करने के अभियान को मजबूती प्रदान करने का परिणाम भी दिखने लगा है. इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हो रही हैं. प्लास्टिक के दूसरे सामग्री का निर्माण कर अपने रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने में लगी हुई हैं. आने वाले समय में यह और भी बेहतर परिणाम देगा और मुजफ्फरपुर जिले का सकरा प्रखंड अपने आप में एक मॉडल साबित होगा. इसको लेकर लगातार हम लोग बेहतर से बेहतर कार्य कर रहे हैं.


''प्रखंड में बनाया गया प्लास्टिक प्रसंस्करण केंद्र अपने आप में एक मिसाल है. यह ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाओं को भी बढ़ाने वाला है. साथ ही वेस्ट प्लास्टिक का कैसे दूसरे साधन में इस्तेमाल किया जाए, इसको लेकर भी ये अभियान सामाजिक सरोकार के रूप में नजर आने लगा है. आने वाले समय में यह और भी बेहतर परिणाम देगा और मुजफ्फरपुर जिले का सकरा प्रखंड अपने आप में एक मॉडल साबित होगा''- आनंद मोहन, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सकरा प्रखंड

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