मुजफ्फरपुर: कोरोना संक्रमण को लेकर जारी लॉकडाउन के बीच देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे बिहार के प्रवासी मजदूरों की घर वापसी सरकारी मजाक बनकर रह गया है. घर लौट रहे मजदूरों के साथ सहानभूति के बजाय उनसे प्रशासनिक महकमा अमानवीय तरीका अपना रहे हैं. संकट में फेंसे मजदूरों के साथ सरकारी कर्मचारी और रेलवेकर्मी प्रवासियों से बदसलूकी कर रहे हैं. ऐसा आरोप बाहर से लौट रहे प्रवासी मजदूरों का है.
प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी बना मजाक, मजदूरों के साथ हुई खुलेआम बदसलूकी
मुजफ्फरपुर में बाहर से लौट रहे प्रवासी मजदूरों के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है. प्रवासी मजदूरों के साथ सरकारी कर्मचारी सही से पेश तक नहीं आ रहे हैं.
बताया जाता है कि मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंचे इन बेबस लाचार मजदूरों को सरकारी कर्मचारी राह दिखाने के बजाए उनसे बदसलूकी की. राह दिखाने के नाम पर बदतमीजी की सारी हद पार कर दी गई.
मजदूरों के साथ बदसलूकी
इस कुव्यवस्था पर किसी की नजर ना पड़े इसलिए अब मीडिया के लोगों को भी स्टेशन परिसर से सोशल डिस्टेन्स के नाम पर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. खुद स्टेशन परिसर से बाहर इसकी खुलेआम धज्जियां सरकारी बाबू ही उड़ा रहे है. वहीं, स्टेशन से बाहर आने के बाद मजदूरों को किस वाहन से कहां जाना इसकी जानकारी तक नहीं दी जा रही है. ऐसे में अपने घर पंहुचने की उम्मीद में बेचारे मजदूर सरकारी कर्मनचारियों से अपमानित महसूस कर रहे हैं.